शहर विकास के लिए 5 साल में क्या किये प्रमाणित दस्तावेज के साथ आमने-सामने होने विजय को विजय की चुनौती
सामान्य सभा से पार्षदों को, जिम्मेदारों ने अपने स्वार्थसिद्धि हेतु वंचित कर लोकतंत्र को किया कलंकित – विजय मोटवानी

धमतरी(प्रखर) 138 साल बाद नगर निगम में कांग्रेस ने कब्जा किया था लेकिन आमजनमानस में उनकी अपेक्षा के अनुरूप कार्य न होने के कारण शहर वासियों के बीच असंतोष तथा आक्रोश व्याप्त है जबकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही है, इस पर चुटकी लेते हुए नगर निगम के तेजतर्रार युवा नेता पार्षद विजय मोटवानी ने विपक्ष की ओर से कहा है कि 5 वर्ष पूर्व जन सेवा का संकल्प लेकर दोनों ही दलों के पार्षद निगम पहुंचे थे लेकिन शहर विकास के दिशा में एक भी नीव का पत्थर नहीं रखा जाना हम सबके लिए दुर्भाग्य जनक कार्य है यदि महापौर के पास विकास का कोई भी विजन रहा होता तो हम सारे विपक्ष उनके साथ जनता के लिए कार्य करने के लिए हमेशा खड़े थे और आज भी उनसे इस विषय पर आमने-सामने होकर बात करने के लिए तैयार है।लेकिन दुर्भाग्य जनक बात यह रही कि आज भी अनेक पार्षदों को वहां के अधिकारी कर्मचारी पहचानते नहीं है इसका एकमात्र कारण यह है कि नगर निगम की पार्षदों को अपनी बात रखने का सबसे बड़ा मंच सामान्य सभा की बैठक नियमित रूप से नहीं होना जिससे निगम प्रशासन तथा चुने हुए जनप्रतिनिधियों के बीच में किसी प्रकार का संवाद के साथ ही साथ वालों की समस्याओं पर चर्चा नहीं हो सका और जो दूरियां बनी रही उससे शहर का नुकसान हुआ गौरतलब है कि नगर निगम ने पूरे 5 वर्ष में मात्र तीन सामान्य सभा की बैठक आयोजित किया वह भी कांग्रेस के ही जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों के द्वारा व्यवाधान उत्पन्न करने के कारण अधूरा रहा है।भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों के द्वारा तो सकारात्मक रूप से विपक्ष का जिम्मेदार भूमिका के साथ लोकतांत्रिक धर्म निभाते हुए निगम के जिम्मेदार लोगों के हठधर्मिता तथा स्वेचचारिता और भ्रष्टाचार पर प्रश्न चिन्ह लगाया गया, जिससे निगम की साख थोड़ी बहुत जनता के बीच में बची रही , श्री मोटवानी ने आगे कहा है कि पार्षदगणों को सामान्य सभा की बैठकों से एक्सीडेंटल जनप्रतिनिधियों द्वारा वंचित किया जाना लोकतंत्र का गला घोटकर उसे कलंकित करने के समान है ,जनता सब कुछ देख रही है आगामी चुनाव में निश्चित ही सबक सिखाएगी।