
मनु भाकर-गुकेश सहित चार को मिला खेल रत्न, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिए खेल पुरस्कार
नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक में दो ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की महिला निशानेबाज मनु भाकर और विश्व शतरंज चैंपियनशिप के विजेता भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश सहित चार खिलाडिय़ों को खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में खेल पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। इस दौरान खेल मंत्री मनसुख मांडविया और अन्य केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।
खेल मंत्रालय द्वारा जनवरी के शुरुआती सप्ताह में खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की गई थी और राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति मुर्मू ने पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। मनु और गुकेश के अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालंपियन प्रवीण कुमार को भी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया।
मनु-हरमनप्रीत ने ओलंपिक, गुकेश ने विश्व चैंपियनशिप में किया प्रभावित
22 वर्ष की मनु एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली खिलाड़ी बनी थीं जिन्होंने अगस्त में पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। पेरिस ओलंपिक में ही हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत ने लगातार दूसरे ओलंपिक में कांस्ट पदक जीता था। 18 वर्ष के गुकेश सबसे युवा विश्व चैंपियन बने जो पिछले साल शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम के ऐतिहासिक स्वर्ण पदक में भी सूत्रधार रहे थे। पैरा हाई जंपर प्रवीण ने पेरिस पैरालंपिक में टी64 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। यह उन खिलाडिय़ों की श्रेणी है जिनका घुटने से नीचे एक या दोनों पैर नहीं होता है और वे दौडऩे के लिए कृत्रिम पैर पर निर्भर होते हैं।
हरमनप्रीत को भी किया गया सम्मानित
इसके अलावा, भारतीय मेंस हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को भी देश के सर्वोच्च खेल सम्मान से नवाजा गया। हरमनप्रीत सिंह टोक्यो और पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे और पेरिस ओलंपिक में उन्होंने टीम का नेतृत्व भी किया। उनके नेतृत्व में भारतीय हॉकी ने बड़ी सफलता हासिल की, और वह इस सम्मान के पूरे हकदार भी हैं।
पैरा एथलीटों को भी मिला सम्मान
इसी समारोह में पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता हाई जंप के खिलाड़ी प्रवीण कुमार को भी मेजर ध्यानचंद खेल रत्न सम्मान दिया गया। प्रवीण कुमार ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता था और पेरिस ओलंपिक में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया, जो उनके समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रतीक है। उनका जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा है, विशेष रूप से उनके जन्म से जुड़े शारीरिक विकार के बावजूद उन्होंने जो उपलब्धियां प्राप्त की हैं, वे काफी प्रेरणादायक हैं।
34 खिलाडिय़ों को मिला अर्जुन पुरस्कार
खेल रत्न के अलावा 34 खिलाडिय़ों को 2024 में खेलों में उत्कृट प्रदर्शन के लिए अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया जिसमें से एथलीट सुचा सिंह और पैरा तैराक मुरलीकांत राजाराम पेटकर को अर्जुन अवॉर्ड लाइफटाइम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बेहतर कोचिंग देने के लिए पांच लोगों को द्रोणाचार्य पुरस्कार मिला, जिसमें बैडमिंटन कोच एस मुरलीधरन और फुटबॉल कोच अरमांडो एगनेलो कोलाको को लाइफटाइम वर्ग में शामिल हैं।