भवन का हो गया निर्माण फिर भी मालिको ने नहीं बनाया रेनवाटर हार्वेस्टिंग, निगम ऐसे 33 लोगों की जमा राशि की राजसात, भवन निर्माण के दरमियान रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनाना है जरूरी

रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण करने वाले भवन मालिकों की राशि निगम ने किया वापस, अब तक 531 भवन मालिकों की राशि हो चुकी है वापस
धमतरी (प्रखर) नगर पालिक निगम धमतरी ने 33 भवन मालिकों के द्वारा जमा की हुई एफडीआर की राशि को राजसात कर लिया है, कारण है कि ऐसे भवन मालिकों ने भवन तो भव्य रूप से खड़ा कर लिया परंतु रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण नहीं किया। ऐसे भवन मालिकों को कई बार निगम ने रेनवाटर हार्वेस्टिंग के निर्माण करने को लेकर चेतावनी भी दी थी लेकिन भवन मालिकों के द्वारा किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी गई। आखिरकार निगम ने ऐसे 33 भवन मालिकों की जमा राशि 435328 को राजसात कर लिया है। अब इस राजसात की गई राशि से निगम स्वयं इनके मकान में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण करेगा। वर्ष 2019 के बाद से 5 साल बीतने के बाद भी रेनवाटर हार्वेस्टिंग के राशि की राजसात की प्रक्रिया नहीं हुई थी। आयुक्त प्रिया गोयल ने निगम में ज्वाइन करते ही रेनवाटर हार्वेस्टिंग और जल संचयन की ओर ध्यान देना प्रारंभ कर दिया था। ऐसे भवन जो 150 वर्ग मीटर क्षेत्रफल से अधिक है उन भवनों में उन्होंने रेनवाटर हार्वेस्टिंग निर्मित है या नहीं इसका निरीक्षण युद्व स्तर पर करवाया। निरीक्षण में संज्ञान में आया कि कई घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण ही नहीं हुआ है, जबकि भवन बनकर तैयार हो चुका है ऐसे भवनों को चिन्हित कर निगम ने इन्हें शॉर्ट लिस्ट करना प्रारंभ कर दिया तथा सूचीबद्ध करते हुए इनकी राशि को राजसात करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी और आखिरकार निगम ने राशि को राजसात कर अब खुद इनके भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण करेगी। यही नहीं निगम में ऐसे भवन मालिक जिन्होंने भवन निर्माण के दौरान रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण किया है ऐसे लोगों के जमा राशि को भी वापस कर दिया है।
*वर्ष वार रेन वाटर हार्वेस्टिंग निर्माण के पश्चात वापस की गई राशि* निगम ने ऐसे भवन मालिक जो रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण कर चुके हैं उनके जमा राशि को वापस भी किया है सबसे अधिक राशि वापसी आयुक्त प्रिया गोयल के कार्यकाल में हुई है एक आंकड़े पर नजर डालें तो वर्ष 2015-16 से 2018-19 तक 150 भवन मालिकों, वर्ष 2019-20 में 64 भवन मालिकों वर्ष 2020-21 में 47 भवन मालिकों वर्ष 2021-22 में 32 भवन मालिकों वर्ष 2022-23 में 30 भवन मालिकों वर्ष 2023 24 में 27 भवन मालिकों वर्ष 2024 25 में 32 भवन मालिकों एवं वर्ष 2025 26 में 149 भवन मालिकों इस प्रकार से कुल 531 भवन मालिकों की राशि को रेनवाटर हार्वेस्टिंग के निर्माण पूर्ण होने के पश्चात वापस किया जा चुका है।
*1128 भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का हो चुका है निर्माण* रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के निर्माण की बात करें तो वर्ष 2011 से लेकर सितम्बर 2025 तक 1161 भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण किया जा चुका है। जिसमें से निजी आवास 1146 तथा 15 शासकीय भवन शामिल है। यही नहीं निगम ने इस वर्ष 248 भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का लक्ष्य रखा हुआ है, जिसमें से निजी और शासकीय भवन भी शामिल है।
*क्यों है रेनवाटर हार्वेस्टिंग आवश्यक* रेनवाटर हार्वेस्टिंग की आवश्यकता क्यों है यह जानना बेहद जरूरी है। आज के वर्तमान समय में जल संचयन की आवश्यकता ग्रीष्म ऋतु में महसूस की जा सकती है। जिस हिसाब से जलवायु परिवर्तन देखने को मिल रहा है उसके मुताबिक जल स्तर तेजी से घटते जा रहा है। खासकर ग्रीष्म ऋतु में जल स्तर घटने की समस्या लगातार कई इलाकों में देखने को मिल रही है जिसके चलते हैंड पंप, पावर पंप, कुआं इत्यादि जल स्रोत सूखने लगे हैं। पेयजल सहित दैनिक दिनचर्या के लिए भी पानी की किल्लत होने लगी है। इन्हीं सब कारणों से रेन वाटर हार्वेस्टिंग की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण वर्षा जल के संचयन के लिए किया जाता है, जब बारिश होती है तो बारिश का पानी व्यर्थ ही नालियों आदि के माध्यम से बह जाता है लेकिन रेनवाटर हार्वेस्टिंग ऐसे ही बारिश के पानी को अपने अंदर समाहित करते हुए भूगर्भ में ले जाने का उचित माध्यम है तथा जल संचयन की दिशा में यह महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है और वर्षा जल को संजो के रखता है जिसके चलते भू जल में बढ़ोतरी देखने को मिलता है। कई क्षेत्रों में इसका उदाहरण देखा जा सकता है जहां पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण किया गया है वहां पर पानी की समस्या में भारी कमी आई है और पर्याप्त मात्रा में लोगों को पानी मिलता है। रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण बहुत ही कम लागत में हो जाता है इसलिए निगम की अपील भी है कि भवन निर्माण के साथ ही रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण भी आवश्यक रूप से करें।