महादेव सट्टा एप से जुड़े 12 आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

महादेव सट्टा एप से जुड़े 12 आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत
रायपुर। महादेव सट्टा एप मामले में बीते ढाई साल से रायपुर जेल में कैद सभी 12 आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में जेल में बंद रितेश यादव, भारत ज्योति, विश्वजीत राय, राहुल वकटे, नीतीश दीवान, भीम सिंह यादव, अर्जुन यादव, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर समेत सभी 12 आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट से दस्तावेज आते ही सभी आरोपियों को जेल से छोड़ दिया जाएगा।
बता दें कि महादेव ऐप साल 2022 तक धड़ल्?ले से चलता रहा, लेकिन इसके बाद आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नजर पड़ी। ईडी ने बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाकर जांच शुरू की और इसके ठिकानों पर छापेमारी शुरू हो गई। ईडी का आरोप था कि मनी लॉन्ड्रिंग में करीब 6,000 करोड़ रुपए शामिल हैं। जांच में हवाला नेटवर्क, शेल कंपनियों और यहां तक कि राजनीतिक संरक्षण के दावों के लिंक भी खुला। सौरभ चंद्राकर, रवि उप्?पल और अतुल अग्रवाल ने साल 2016 में महादेव बुक एप लॉन्?च किया था। शुरुआत में इस एप पर ऑनलाइन सट्टेबाजी होती थी, जिस पर क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, बैडमिंटन जैसे खेलों के साथ पोकर, तीन पत्?ती, वर्चुअल गेम यहां तक की चुनाव को लेकर भी भविष्?यवाणी पर दांव लगाया जाता था। दुबई से संचालित होने वाला यह एप जुआ गतिविधियों के लिए कुख्?यात हो गया। महादेव एप एक सिंडिकेट के रूप में संचालित होता था, जो विभिन्न अवैध सट्टेबाजी प्लेटफार्मों को एकत्रित करता था. यह पैनल या शाखाओं को सहयोगियों को फ्रेंचाइजी बनाकर काम करता था. इन फ्रेंचाइजी के साथ 70 और 30 के अनुपात में मुनाफा बांटा जाता था. यूजर्स को कॉन्?टैक्?ट करने के लिए नंबर दिए जाते जिस पर संपर्क करके आईडी प्राप्?त कर लेते और दांव लगाने के लिए पैसे जमा करते. जीतने के बाद यूजर्स को एक अलग प्रक्रिया के जरिये पैसे नकद में निकालने की सुविधा मिलती है।