निहार शांति पाठशाला फनवाला लैंग्वेज लर्निंग प्रोग्राम ने छत्तीसगढ़ में 1.3 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स की जिंदगी बदली

निहार शांति पाठशाला फनवाला लैंग्वेज लर्निंग प्रोग्राम ने छत्तीसगढ़ में 1.3 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स की जिंदगी बदली
रायपुर : एक देश के रूप में, हमने शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसमें ग्रामीण भारत भी शामिल है। शिक्षा किसी भी समाज में प्रगति का प्रमुख अभिप्रेरक है और इस उद्देश्य को साझा करने वाले एक ब्रांड के रूप में, निहार नैचुरल्स शांति बादाम आंवला ने शिक्षा कौशल को योगदान करने के एक तरीके के रूप में पहचाना है।
ब्रांड ने एक गैर-लाभकारी संगठन लीपफॉरवर्ड के साथ साझेदारी की है और एक अंग्रेजी भाषा दक्षता प्रोग्राम निहार शांति पाठशाना फनवाला को लॉन्च किया है। इस प्रोग्राम में शिक्षकों को उनकी मातृभाषा में शिक्षित करने के लिये फोनेटिक्स का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि उन्हें आसानी से अंग्रेजी पढ़ाने में सक्षम बनाया जा सके। यह प्रोग्राम व्हाट्सएप्प और यूट्यूब पर उपलब्ध है, ताकि भारत के विभिन्न प्रांतों में इसकी पहुंच को बढ़ाया जा सके और अंग्रेजी भाषा को सभी के लिये सुलभ बनाया जा सके।
शिक्षा के माध्यम से प्रगति को बढ़ावा देने के ब्रांड के उद्देश्य के बारे में बताते हुये, सोमाश्री बोस अवस्थी, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, मैरिको लिमिटेड ने कहा, ‘निहार नैचुरल्स शांति बादाम आंवला हेयर ऑयल ने ब्रांड के उद्देश्य को पहचानने वाले ग्राहकों के साथ जो जुड़ाव बनाया है, उस पर हमें बहुत गर्व है। वर्ष 2019 में, निहार शांति पाठशाला फनवाला की शुरूआत ग्रामीण क्षेत्रों में स्टूडेंट्स के बीच पढ़ने एवं समझने की काबिलियित को विकसित करने के प्रारंभिक उद्देश्य के साथ की गई थी। हमने अपने अनूठे इंग्लिश लिट्रेसी प्रोग्राम की पेशकश के साथ इस उद्देश्य को पूरा किया। यह शिक्षकों को एक ऐसी भाषा में साक्षरता को बढ़ावा देने में सक्षम बनाता है, जो उच्च शिक्षा के बेहतर अवसरों के द्वार खोलती है। शिक्षकों एवं विद्यार्थियों पर इसके प्रभाव को देखना वाकई में संतोषप्रद रहा है। अकेले 2023 में, ब्रांड ने 1.4 लाख सरकारी स्कूलों के साथ साझेदारी की और 2 लाख शिक्षकों को सफलतापूर्वक शिक्षित किया। इस तरह इससे भारत के हिंदी भाषी राज्यों में 142 जिलों में 10 लाख से ज्यादा विद्यार्थी सकारात्मक रूप से प्रभावित हुये हैं। देश भर में निहार परिवार के हमारे ग्राहकों की मदद से, हमें आने वाले वर्षों में इस अभियान को और भी बेहतर और बड़ा बनाने की उम्मीद है।’’
अकेले छत्तीसगढ़ में, प्रोग्राम को 27 जिलों के 23,000 क्षेत्रीय स्कूलों में सक्रिय किया गया है और 48,000 से ज्यादा टीचर्स 1.3 लाख स्टूडेंट्स को अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं।