जैतखाम तोड़ने पर सतनामी समाज का बलौदाबाजार में बवाल, आज आगजनी की जांच करने पहुंची पांच सदस्यीय फारेंसिक टीम…

जैतखाम तोड़ने पर सतनामी समाज का बलौदाबाजार में बवाल, आज आगजनी की जांच करने पहुंची पांच सदस्यीय फारेंसिक टीम…
बलौदा बाजार। जैतखाम तोड़फोड़ के बाद सतनामी समाज सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहा था। इस दौरान हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों में शामिल असामाजिक तत्वों ने कलेक्टोरेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना को अंजाम दिया। घटना की जांच करने आज रायपुर से पांच सदस्यीय फोरेंसिक टीम बलौदा बाजार पहुंची है।
बता दें कि गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक जैतखाम में हुई तोड़फोड़ को लेकर छत्तीसगढ़ का सतनामी समाज आक्रोशित है। समाज ने बलौदाबाजार जिले में जमकर बवाल मचाया। बलौदाबाजार-भाटापारा में जमकर प्रदर्शन किया। हिंसक भीड़ ने इस दौरान कलेक्टर कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आग लगा दी। इससे परिसर में खड़े सैकड़ों मोटरसाइकिल और चार पहिया वाहन जलकर राख हो गये।
दूसरी ओर गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक जैतखाम में हुई तोड़फोड़ में न्यायिक जांच होगी। सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश पर डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच कराने की घोषणा की है। सतनामी समाज के विभिन्न संगठनों और प्रतिनिधियों की मांग पर जांच कराने की घोषणा की गई है।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सभी से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की है। बता दें कि 15-16 मई की रात को कुछ असमाजिक तत्वों ने जैतखांभ को क्षति पहुंचाने की कोशिश की थी।
250 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले किया गया। कई चार पहिया वाहनों में आग लगाई गई। यहां तक कि दमकल की गाड़ी में भी आग लगा दी गई। गुस्साई भीड़ ने कलेक्ट्रेट पर जमकर पथराव किया। पुलिस ने भीड़ को किसी तरह भगाया। मौके पर कलेक्टर और एसपी मौजूद। स्थिति को काबू में करने की कोशिश की जा रही।
बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट में समाज विशेष के उग्र प्रदर्शन से निपटने के लिए रायपुर से अतिरिक्त पुलिस बल रवाना किया गया है। दंगा नियंत्रण दल समेत अश्रुगैस टीम भी रवाना की गई है। पुलिस प्रदर्शनकारियों को काबू करने में नाकाम रही है।
क्या था मामला
बताया जाता है कि गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक 15-16 मई की रात को कुछ असमाजिक तत्वों ने जैतखांभ को क्षति पहुंचाने की कोशिश की थी। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। दूसरी ओर समाज का कहना है कि इस मामले में पर्दे के पीछे कई और भी आरोपी हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया जाए। समाज की इस पर मांग पर राज्य सरकार ने न्यायिक जांच कराने की घोषण भी की है।
क्या होता है जैतखाम
छत्तीसगढ़ में लाखों की संख्या में सतनामी समाज के लोग निवासरत हैं। रायपुर और आस-पास कई जिलों और गांवों में सतनामी समाज के लोगों ने अपने धार्मिक प्रतीक जैतखाम बनाए हुए है। जैतखाम समाज का पवित्र चिन्ह होता है, जिसकी समाज के लोग हर दिन पूजा अर्चना करते हैं। प्रदेश में जहां-जहां भी सतनामी समाज के निवास करते हैं, वहां पर जैतखाम बना है। केवल राजधानी रायपुर में ही 100 से ज्यादा जैतखाम सतनामी समाज के लोगों ने बनाये हैं। जैतखाम के ऊपर सफेद रंग की ध्वजा रहती है। सतनामी समाज के गुरु बाबा गुरु घासीदास हैं।



