बजट सत्र के दूसरे दिन पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि

बिजली कटौती पर विपक्ष का स्थगन हुआ अस्वीकार
रायपुर। विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन आज पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मुझे उनके साथ काम करने का लंबे समय तक अवसर मिला। मैं बतौर मुख्यमंत्री मनमोहन सिंह से लगातार मुलाकात करते रहते था। बेहद सकारात्मक सोच और आर्थिक उदारता को समर्पित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने सार्वजनिक जीवन में कई महत्वपूर्ण जानकारियां निभाई। उन्होंने केंद्र सरकार में वित्त मंत्री तथा प्रधानमंत्री के पद को सुशोभित किया। मनमोहन सिंह ने देश को लाइसेंस शराब से मुक्ति दिलाई। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य रहा कि संसद सदस्य रहते हुए उनसे बहुत कुछ सिखा। उन्होंने व्हीलचेयर पर बैठकर भी मतदान किया था। उन्होंने हमें सिखाया कि हमें लोककल्याण के प्रति समर्पित रहना चाहिए। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरक रहेगा।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि यह एक बहुत कठिन समय है। आज जिस भाव को अध्यक्ष महोदय ने प्रकट किया है। मेरे संसदीय जीवन के 45 साल हो गए हैं। यह श्रद्धांजलि अपने आप में एक उदाहरण है कि हम भले ही हम अलग-अलग दल से हो, लेकिन उनकी भावना, निष्ठा को बहुत ही अच्छे तरीके से प्रकट किया। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह भारत के निर्माण के साक्षी रहे हैं। उन्होंने भारत में आधार कार्ड लागू करने का निर्णय किया। इसका भले ही सभी ने विरोध किया, लेकिन आज पूरा देश हमें हमारे आधार से ही जनता है। उन्होंने कई ऐसी नीतियां बनाई, जिनकी आज हम सभी प्रशंसा करते हैं। सरलभाव और मृदुभाषी उनका स्वभाव है। उन्होंने सभी के कार्य को लगातार सराहा चाहे, वह किसी भी दल से हो। मैं उनके साथ राज्य मंत्री के रूप में कार्य करके खुद को काफी सौभाग्यशाली मानता हूं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का जन्मस्थान पाकिस्तान में है, और उन्होंने विभाजन का दंश भी झेला। उन्होंने अपनी लगन से जो ऊंचाई छुई उसकी कोई मिसाल नहीं। आरबीआई के गवर्नर, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने जो उदारीकरण की नीति अपनाई। कई सरकार आई, पर उन्हें बदल नहीं पाई, एक वही दौर है जो उन्होंने कृषि के क्षेत्र में जो वृद्धि की उसमें किसानी की स्थिति में बड़ा सुधार हुआ। दुनिया की सबसे बड़ी रोजगार गारंटी योजना की उन्होंने शुरुआत की।
बिजली कटौती पर विपक्ष का स्थगन अस्वीकार
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विपक्ष ने छत्तीसगढ़ में बिजली कटौती पर स्थगन प्रस्ताव लाया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में बिजली कटौती का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बिजली कटौती से किसान परेशान हैं। साथ ही विधायक उमेश पटेल, द्वारिकाधीश यादव ने भी बिजली कटौती का मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन की कार्रवाई को रोककर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने भी बिजली कटौती पर चर्चा की मांग की। विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को आसंदी ने अग्राह्य किया।
धरमलाल कौशिक ने अफसरों के खिलाफ दर्ज मामलों का मुद्दा उठाया
विधायक धरमलाल कौशिक ने सदन में अफसरों के खिलाफ दर्ज मामलों का मुद्दा उठाया। कौशिक ने अफसरों के भ्रष्टाचार के संबंध में जानकारी मांगी। उन्होंने
अफसरों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति में देरी का मामला उठाया। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने सुशासन और अभिसरण विभाग का गठन किया है। हम सुशासन स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। जो भी दोषी हैं वह बख्शे नहीं जाएंगे।
विधायक अजय चंद्राकर ने सदन में सडक़ दुर्घटनाओं को लेकर जानकारी मांगी। अतारांकित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2019 से 2024 के बीच राज्य में 79,523 सडक़ दुर्घटनाएं हुई। वहीं प्रदेश में 33,734 लोगों की सडक़ दुर्घटनाओं में मौत हुई। परिवहन विभाग ने वर्ष 2024 में 163 करोड़ रुपए वसूली की कार्रवाई की।
विधायक राजेश मूणत ने उठाया गृह निर्माण समितियों के बायलॉज में संशोधन का मामला
भाजपा विधायक राजेश मूणत ने सदन में गृह निर्माण समितियों के बायलॉज में संशोधन की जानकारी मांगी। इस पर मंत्री केदार कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि बायलॉज में संशोधन के लिए गठित कमेटी की बैठक 3 सितंबर 2024 को हुई थी। कमेटी की अब तक दो बैठकें हो चुकी है। कमेटी को बायलॉज का प्रारूप शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। विधायक राजेश मूणत ने मंत्री केदार कश्यप से कहा कि प्रदेश की सोसाइटियां एनओसी के लिए भटकती है।
कोऑपरेटिव सोसाइटी बिना पैसे के एनओसी नहीं देती। उन्होंने कहा मंत्री को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। मंत्री केदार कश्यप ने कहा एनओसी आसानी से मिल सके इस पर काम करेंगे। विश्वास दिलाता हूं एनओसी की शिकायत नहीं आएगी।
विधायक प्रेमचंद पटेल ने कटघोरा वनमंडल में हुए कार्यों की जानकारी मांगी। सदन में वन मंत्री केदार कश्यप ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वन विभाग के द्वारा वर्ष 2023-24 और वर्ष 2024-25 में 5346 कार्य स्वीकृत किए गए। इनमें से 3019 कार्य पूर्ण हो चुके हैं 2327 कार्य प्रगतिरत हैं। कोई भी कार्य अपूर्ण नहीं है।