छत्तीसगढ़

विपक्ष ने धान खरीदी और केंद्रीय पूल में पूरा धान नहीं लेने पर लाया स्थगन प्रस्ताव, गर्भगृह में हंगामा करने पर 29 विधायक निलंबित

सदन में गर्माया महतारी वंदन का मामला, नाराज विपक्ष ने किया वाकआउट

 

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 11वें दिन की कार्यवाही आज मंगलवार को शुरू हुई। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान का उठाव और चावल जमा करने का मुद्दा उठाया। इसके बाद हुए हंगामे में 29 विपक्षी विधायक गर्भगृह में पहुँच गए जिन्हे निलंबित किया गया। वही महतारी वंदन योजना में 3971 लोगों को एक भी किश्त नहीं मिलने पर हंगामा हुआ। नाराज विपक्ष ने वाकआउट कर दिया। बजट सत्र के 11वें दिन आज विपक्ष ने धान खरीदी और केंद्रीय पूल में पूरा धान नहीं लेने पर स्थगन प्रस्ताव लाया। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि धान 149 लाख मीट्रिक टन धान उपार्जित किया लेकिन 40 लाख मीट्रिक टन धान बाजार में नीलाम करने का निर्णय ले रहे हैं। पहले धान को नीलाम करने की जरूरत नहीं पड़ी थी। महंत ने कहा पंजाब में डबल इंजन की सरकार नहीं है बावजूद उनके सारे चावल ले रहे हैं। उन्होंने कहा 8 हजार करोड़ का घाटा हो रहा है, यह उचित नहीं है इससे राजस्व की हानि होगी।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि 40 लाख मीट्रिक टन धान खुले में बेचने का निर्णय लिया गया है। केंद्रीय पूल में चावल जमा नहीं हो रहा दुर्भाग्य है इसे ग्राह्य कर चर्चा कराएं। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अग्राह्य करने पर विपक्ष ने सदन में हंगामा किया। इसके साथ ही सभी विपक्षी विधायक विरोध करते हुए गर्भ गृह तक पहुंच गए। विधानसभा अध्यक्ष ने गर्भगृह में प्रवेश और प्रदर्शन पर विपक्ष के 29 विधायकों को निलंबित किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट तक स्थगित कर दी गई।

विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उठाव के अतिरिक्त धान-चावल के इस्तेमाल का प्रश्न उठाया। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने बताया कि सरकार इस पर जल्द निर्णय लेगी। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने इस पर कहा कि पिछली सरकार जो व्यवस्था करती थी, वही यह सरकार भी करेगी। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने जवाब में कहा खरीफ वर्ष 2024- 25 में केंद्रीय पुल में 69.72 लाख मीट्रिक टन चावल जमा करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा लक्ष्य के बदले अब तक 9 लाख मीट्रिक टन चावल जमा किया गया। भूपेश बघेल ने अतिरिक्त धान के इस्तेमाल का प्रश्न उठाया। इस पर खाद्यमंत्री दयालदास बघेल ने कहा सरकार जल्द निर्णय लेगी। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा पिछली सरकार जो व्यवस्था करती थी वहीं यह सरकार भी करेगी।

कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा ने संजारी बालोद में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 2024-25 में समर्थन मूल्य पर मेरे विधानसभा क्षेत्र में 2 करोड़ 22 लाख 500.48 टन धान खऱीदी की गई है। संजारी बालोद में 2024-25 में धान खऱीदी का कितना लक्ष्य रखा गया है। मंत्री दयालदास बघेल ने कहा लक्ष्य निर्धारित नहीं, अनुमानित होता है। इस पर कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा ने सवाल किया कि रकबा से कम खऱीदी क्यों हुई है। इस पर मंत्री दयालदास बघेल ने कहा जीतना किसानों से धान आया, उतना खरीदा गया है।

 

अजय चंद्राकर ने दिव्यांगजन का सर्वे पर किया सवाल

विधायक अजय चंद्राकर ने महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े से पूछा दिव्यांगजन का सर्वे किस पद्धति से होता है। इस पर मंत्री राजवाड़े ने जवाब दिया कि भारत सरकार की एक एजेंसी से सर्वे कराया गया है। विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि पंजिकृत सभी दिव्यांगजन को योजनाओं को लाभ नहीं मिल रहा
है। उन्होंने कहा 6,24,937 दिव्यांगजन हैं लाभ 37 हजार को ही मिल पा रहा है। विधायक चंद्राकर ने पूछा जिनको लाभ नहीं मिल रहा उनके लिए क्या कर रहे हैं? इस पर मंत्री राजवाड़े ने कहा कि अधिकारियों को निर्देशित कर सभी लोगों को लाभ दिया जाएगा जाएगा।

 

सदन में गर्माया महतारी वंदन योजना का मुद्दा, विपक्ष का वाकआउट

विधायक विक्रम मंडावी ने महतारी वंदन योजना का मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा महतारी वंदन योजना शुरू होने के बाद ऐसे कितने पात्र हितग्राही हैं जिन्हें एक भी किश्त नहीं मिली। इस पर महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि 3971 लोगों को एक भी किश्त नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि बैंक खाते सीडिंग नहीं होने, असक्रिय खातों की वजह से नहीं भुगतान नहीं हुआ।
विपक्ष के विधायकों ने कहा कि तीन हज़ार से अधिक लोगों की राशि कहा जा रही है। मंत्री राजवाड़े ने कहा तकनीकी खामियों को दूर कर भुगतान किया जाएगा। विधायक उमेश पटेल ने कहा कि एक साल तक एक भी किश्त नहीं दी गई। क्या सभी 3971 लोगों को पिछले एक साल की किश्त एक साथ दी जाएगी। इस पर आसंदी से विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि पुराना पैसा नहीं मिलता है। इसके बाद विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।

Author Desk

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