ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के बाद सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जवाबी कार्रवाई और भविष्य की रणनीति पर चर्चा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बैठक, विपक्ष के नेताओं को जानकारी दी जा रही
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत महज 25 मिनट में सटीक हमला करते हुए आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालयों समेत आतंकी प्रशिक्षण के नौ ठिकानों को खाक में मिला दिया। हमले के बाद सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई, जो संसद भवन में चल रही है। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद हैं। इनके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद हैं। इनके अलावा कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी बैठक में शामिल हुए हैं। बैठक में सरकार विपक्ष के नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के बाद की जवाबी कार्रवाई और भविष्य की तैयारियों को लेकर जानकारी दे रही है।
कांग्रेस ने सभी तय कार्यक्रम रोके
कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ सरकार को पूरा समर्थन और सेना के साथ एकजुटता दिखाते हुए ‘संविधान बचाओ रैलियों’ समेत पार्टी के सभी तय कार्यक्रम रोक दिए हैं।
कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आलावा अन्य विपक्षी नेताओं में समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले, बीजद के सस्मित पात्रा और माकपा के जॉन ब्रिटास शामिल हैं। इनके अलावा जद (यू) नेता संजय झा, केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) नेता चिराग पासवान तथा एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी बैठक का हिस्सा थे।
बैठक में पीएम मोदी के शामिल होने की मांग
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के भी शामिल होने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि हमने 24 अप्रैल को भी प्रधानमंत्री से मीटिंग में शामिल होने की मांग की थी, लेकिन वे नहीं आए। इस बार कम से कम उन्हें आना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रीय नीति पाकिस्तान और पीओके से आने वाले सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट और मजबूत है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस बैठक में शामिल हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की हरकतों पर पैनी नजर रख रही सेना
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों को लेकर स्थानीय बलों के साथ लगातार संपर्क में हैं। पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों के बाद पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम उल्लंघन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। रक्षा अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि सेना और सुरक्षा बल पाकिस्तान की किसी भी संभावित गलत हरकत के लिए हाई अलर्ट पर हैं।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार सभी दलों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी देना चाहती है। पहलगाम आतंकी हमले के प्रतिशोध में, भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके शामिल हैं।