मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भगवान जगन्नाथ से सभी नागरिकों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भगवान जगन्नाथ से सभी नागरिकों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने इस पावन अवसर पर भगवान जगन्नाथ से सभी नागरिकों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि महाप्रभु जगन्नाथ के धाम पुरी सहित विभिन्न स्थानों पर रथयात्रा बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ निकाली जाती है। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और माता सुभद्रा की यह यात्रा भारत की सांस्कृतिक एकता और सौहार्द्र का सशक्त प्रतीक है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्राचीन काल से ही छत्तीसगढ़वासियों की भगवान जगन्नाथ में गहरी आस्था रही है। उत्कल समाज के साथ मिलकर सभी छत्तीसगढ़वासी प्रतिवर्ष भक्ति-भाव के साथ भगवान जगन्नाथ, उनके भ्राता बलभद्र और भगिनी देवी सुभद्रा की रथयात्रा निकालते हैं। यह महापर्व श्रद्धा, भक्ति और आस्था का प्रतीक है, जो हमें एकता, सद्भाव और सेवा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज रायपुर, जशपुर और ओडिशा के रथयात्रा महोत्सव में शामिल होंगे। वे गायत्री नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर परिसर में रथ यात्रा महोत्सव कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद वे मुख्यमंत्री निवास से स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर के लिए रवाना होंगे, जहां से राज्य विमान से उड़ान भरकर झारसुगुड़ा (ओडिशा) स्थित वीर सुरेन्द्र साय एयरपोर्ट पहुँचेंगे। वहां से सीएम साय रवाना होकर जशपुर के श्री जगन्नाथ मंदिर पहुंचेंगे। यहाँ वे रथ यात्रा में भाग लेंगे। इसके बाद बगिया पहुंचेंगे, जहां वे रात्रि विश्राम करेंगे।
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में ‘छेरा पहरा’ एक विशेष और पवित्र परंपरा है. रथ यात्रा से पूर्व रथ के मार्ग को स्वर्ण झाड़ू से साफ किया जाता है, जिसे भक्ति और विनम्रता का प्रतीक माना जाता है. सुबह 9:30 से 10:30 बजे के बीच होने वाली इस परंपरा में पुरी के गजपति राजा या उनके प्रतिनिधि झाड़ू लगाकर सुगंधित जल का छिड़काव करते हैं और रथों को प्रणाम करते हैं. इसका उद्देश्य भगवान के मार्ग को शुद्ध और मंगलकारी बनाना होता है.