आयुक्त चैंबर से नदारद, कांग्रेस पार्षद मिलने पहुंचे – भाजपा और MIC सदस्य भी बोले रहे हमारी कोई सुनवाई नहीं

धमतरी (प्रखर) नगर निगम धमतरी में इन दिनों अधिकारी राज का दबदबा इतना बढ़ गया है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों के पार्षद परेशान हैं। मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को कांग्रेस पार्षद जनहित मुद्दों को लेकर आयुक्त प्रिया गोयल से मिलने पहुंचे, लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी आयुक्त चैंबर में नहीं मिलीं। सत्ता दल के पार्षदों द्वारा धरने पर बैठना पड़ रहा है भाजपा पार्षद और MIC सदस्य भी नाराजगी जाहिर किया सुनवाई नहीं हो रही।
सूत्र बताते हैं कि पिछले 2–3 दिनों से पार्षद लगातार ऑफिस टाइम में पहुंचकर मुलाकात की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नाकामी ही हाथ लगी। आयुक्त कार्यालय के सामने सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक का समय बोर्ड पर दर्ज है, लेकिन पार्षदों के मुताबिक इस समय में भी वे अनुपस्थित रहती हैं।कांग्रेस पार्षद जनहित से जुड़े कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा करना चाहते थे, जिनमें डीजल घोटाला, कुर्सी घोटाला, कचरा संग्रहण रिक्शा घोटाला, टिप्पर अनियमितता और गौठान से गाय चोरी प्रमुख हैं उनका आरोप है कि इन मामलों की जांच और कार्रवाई में प्रशासन लापरवाही बरत रहा है।वहीं, भाजपा पार्षद और MIC सदस्यों ने भी माना कि मौजूदा हालात में न सिर्फ विपक्ष, बल्कि सत्ता पक्ष के कई पार्षद भी उपेक्षा के शिकार हैं।
नेता प्रतिपक्ष दीपक सोनकर, उप नेता प्रतिपक्ष विशु देवांगन, पार्षद योगेश लाल और सुमन मेश्राम, रामेश्वरी कोसरे,उमा भागी ध्रुव समेत कई जनप्रतिनिधियों ने खुलकर कहा कि नगर निगम में अधिकारी राज इतना हावी है कि निर्वाचित प्रतिनिधियों की अहमियत खत्म होती जा रही है। साथ ही आरोप लगाया कि डीजल घोटाले की फाइलें दबा दी गई हैं, खुर्सी घोटाले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, कचरा संग्रहण रिक्शा योजना में अनियमितताएं हैं, टिप्पर वाहनों के मामले में पारदर्शिता नहीं है और गौठान से गाय चोरी का मामला अब तक अनसुलझा है।
कांग्रेस पार्षदों ने साफ संकेत दिए हैं कि अगर प्रशासन ने जल्द रुख नहीं बदला, तो आने वाले दिनों में निगम मुख्यालय के सामने कांग्रेस द्वारा जोरदार आंदोलन किया जाएगा ।