छत्तीसगढ़

विप्र फाउंडेशन महिला प्रकोष्ठ, छत्तीसगढ़ ज़ोन-13 द्वारा आयोजित “मेघ मल्हार पार्ट-2” को मिली अपार सफलता




रायपुर(प्रखर)विप्र फाउंडेशन महिला प्रकोष्ठ, छत्तीसगढ़ ज़ोन-13 द्वारा आयोजित *मेघ मल्हार पार्ट-2* कार्यक्रम संस्कृति, उत्सव और पारंपरिक मूल्यों से सजे एक भव्य आयोजन के रूप में सम्पन्न हुआ, जिसने सभी उपस्थित जनों के हृदय में गहरी छाप छोड़ी और अपार सफलता प्राप्त की।

इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य था ब्राह्मण समाज की विलुप्त होती सांस्कृतिक धरोहर, सभ्यता एवं रीति-रिवाजों का संरक्षण, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ अपनी जड़ों से जुड़ी रहें और हमारे समृद्ध परंपरागत मूल्यों को आगे बढ़ा सकें।

कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती दीपाली शर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रेमा शर्मा, उषा पूजारी, पूर्णिमा शर्मा, नीला दाधीच जी , ममता शर्मा, ममता बजरंगजी , नीलम दिक्षित एवं पूनम शर्मा, प्रीति शर्मा, श्वेता शर्मा, सरोज शर्मा, पिंकी शर्मा , लीना चौबे ,सुधा चौबे,सहित पूरी टीम ने समर्पित भाव से कार्य, कर कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

साथ ही, प्रदेश प्रभारी श्रीमती सोनाली शर्मा  की गरिमामयी उपस्थिति और प्रेरणादायक मार्गदर्शन ने कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया। और साथ ही साथ श्री गौड ब्राह्मण समाज संस्था महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिमा पुजारी जी, ईलू जोशी ,सुमन ओझा की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।विप्र फाउंडेशन द्वारा समस्त संरक्षकणो एवं मार्गदर्शकों को *विप्र दुपट्टा** पहनाकर सम्मानित किया गया, जो परंपरागत श्रद्धा और कृतज्ञता का प्रतीक रहा।

रायपुर एवं अन्य स्थानों से पधारे सभी अतिथि गणों की गरिमामयी उपस्थिति ने इस आयोजन की शोभा को और बढ़ा दिया। सभी का समर्पण एवं परिश्रम ही इस आयोजन को सफल बनाने का आधार बना।

कार्यक्रम में महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी पारंपरिक नृत्य, गीत एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से माहौल को जीवंत कर दिया। उनकी प्रस्तुतियाँ न केवल मनोरंजन का माध्यम रहीं, बल्कि यह भी दर्शाया कि हमारी संस्कृति और परंपराएँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक और प्रेरणादायक हैं।यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं था, बल्कि यह एक सामाजिक संदेश भी था — कि हमारी परंपराओं का संरक्षण ही हमारी सांस्कृतिक पहचान की नींव है, और इसे अगली पीढ़ियों तक पहुँचना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

कार्यक्रम के समापन पर यह भावना प्रकट की गई कि —
“सावन की बूंदों संग बंधी परंपराओं की डोर,
संस्कृति की खुशबू फैले चहुँओर।
नव आशाओं का संचार करें,
मेघ मल्हार से हम संस्कारों को फिर से संवारें।”

विप्र फाउंडेशन महिला प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ परिवार सभी सहयोगियों, सहभागियों एवं मेहमानों का पुनः “मेघ मल्हार पार्ट-2” की अपार सफलता के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद एवं आभार प्रकट करता है।

Author Desk

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