राजधानी दिल्ली की हवा में जहरीली धुंध, बवाना में एक्यूआई 403 दूषित हवा में सांस लेने मजबूर लोग

राजधानी दिल्ली की हवा में जहरीली धुंध, बवाना में एक्यूआई 403 दूषित हवा में सांस लेने मजबूर लोग
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है। शनिवार को कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। बवाना का एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बवाना में एक्यूआई 403 दर्ज किया गया है। वहीं अन्य इलाकों में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। आनंद विहार में 368, रोहिणी में 371, अलीपुर में 362, अशोक विहार में 372, चांदनी चौक में 367, आईटीओ में 380, जहांगीरपुर में 371, द्वारका सेक्टर-8 में 313, और आईजीआई एयरपोर्ट (टी-3) पर 271 दर्ज किया गया। अक्षरधाम के आसपास के दृश्य, जहां जहरीली धुंध की एक परत दिखाई दे रही है। सीपीसीबी के अनुसार, यहां एक्यूआई 368 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है।
बता दें कि दिल्ली के लोगों ने शुक्रवार को देश भर में सबसे प्रदूषित हवा में सांस ली और सभी शहरों की तुलना में राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता सबसे खराब श्रेणी में दर्ज की गई जबकि एनसीआर के शहर दूसरे स्थान पर रहे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 322 दर्ज किया गया। इसके साथ शहर की स्थिति ‘रेड जोन’ में रही और दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। राष्ट्रीय राजधानी पिछले दिन पांचवें स्थान पर थी, जबकि गाजियाबाद शुक्रवार को 314 एक्यूआई के साथ दूसरे स्थान पर था। नोएडा में एक्यूआई 306 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। सीपीसीबी के समीर ऐप के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के 38 निगरानी केंद्रों में से 29 केंद्रों ने वायु गुणवत्ता को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया है, जहां एक्यूआई 300 से अधिक था।
पराली जलाने से बढ़ा प्रदूषण
वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान के लिए निर्णय सहायता प्रणाली (डीएसएस) ने अनुमान लगाया कि पराली जलाए जाने से दिल्ली के प्रदूषण में इसकी हिस्सेदारी 8.6 प्रतिशत थी और शनिवार को ये बढ़कर 30.9 प्रतिशत हो सकती है, जबकि रविवार को इसके 31.2 प्रतिशत पर पहुंच जाने का अनुमान है। उपग्रह से प्राप्त आंकड़ों से पता चला है कि बृहस्पतिवार को पंजाब में पराली जलाने की कुल 351 घटनाएं दर्ज की गईं जबकि हरियाणा में 35 और उत्तर प्रदेश में 200 घटनाएं सामने आईं।



