छत्तीसगढ़

नगर निगम की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस पार्षदों का सात दिवसीय धरना समाप्त


भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी और अव्यवस्था ने धमतरी की जनता को किया परेशान – निशु चंद्राकर


धमतरी(प्रखर) नगर पालिक निगम धमतरी कार्यालय परिसर में विभिन्न जनहित की मांगों को लेकर कांग्रेस दल के पार्षदों द्वारा आयोजित सात दिवसीय धरना प्रदर्शन का समापन अंतिम दिवस जोरदार ढंग से किया गया। धरना के अंतिम दिन पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष निशु चंद्राकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं पार्षद साथियों के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
धरना स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए निशु चंद्राकर ने नगर निगम में भाजपा नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। आम नागरिकों को पानी, सफाई, सड़क, नाली, स्ट्रीट लाइट जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए रोज संघर्ष करना पड़ रहा है, लेकिन निगम प्रशासन और भाजपा के जनप्रतिनिधि आंख मूंदे बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा की तथाकथित ट्रिपल इंजन सरकार केवल भाषणों और जुमलों तक सीमित रह गई है। केंद्र, राज्य और नगर निगम – तीनों स्तरों पर भाजपा की सरकार होने के बावजूद धमतरी शहर की हालत बद से बदतर होती जा रही है। विकास के नाम पर केवल दिखावा किया जा रहा है, जबकि जमीनी स्तर पर जनता को कोई राहत नहीं मिल रही है।
कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर निगम में विकास कार्यों में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं। ठेकेदारों से मिलीभगत कर कमीशनखोरी की जा रही है, जिससे कार्यों की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। नालियों की सफाई, कचरा उठाव, जल आपूर्ति और सड़क मरम्मत जैसे आवश्यक कार्यों में लापरवाही साफ नजर आ रही है।
धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस पार्षदों ने निगम प्रशासन के समक्ष अपनी प्रमुख मांगें रखीं, जिनमें नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित करना, सफाई व्यवस्था में सुधार, खराब सड़कों की मरम्मत, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था दुरुस्त करना और भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच शामिल है। पार्षदों ने कहा कि यदि इन मांगों पर शीघ्र अमल नहीं किया गया तो आंदोलन को और अधिक व्यापक रूप दिया जाएगा।
धरना के समापन अवसर पर कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जनहित के मुद्दों से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी जनता के अधिकारों के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करती रहेगी और नगर निगम की जनविरोधी नीतियों को उजागर करती रहेगी।
धरना में बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्षद, कार्यकर्ता और आम नागरिक उपस्थित रहे। सात दिनों तक लगातार चले इस शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन ने नगर निगम प्रशासन पर दबाव बनाने का कार्य किया और शहर में राजनीतिक हलचल तेज कर दी।

Author Desk

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