कर्ज से परेशान पति-पत्नी ने दो बच्चों समेत की आत्महत्या, सुसाइड से पहले ली ग्रुप फोटो

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ही परिवार के चार लोगों की आत्महत्या का मामला सामने आया है। भोपाल के रातीबड़ थाना इलाके की यह घटना है। एक परिवार द्वारा सामूहिक खुदकुशी से शहर में सनसनी फ़ैल गई। मरने वालों में पति-पत्नी के अलावा दो बच्चे भी शामिल हैं। घर के एक कमरे में दंपती के शव फंदे पर लटके मिले। वहीं बच्चों को जहर देने की आशंका जताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें कर्ज से परेशान होने का जिक्र किया गया है। फांसी लगाने से पहले दंपती ने सुसाइड नोट को रिश्तेदारों के मोबाइल पर वाट्सएप, टेलीग्राम एप के जरिए भेजा था। युवा दंपति ने अपने दो मासूम बच्चों को कोल्ड ड्रिंक में सल्फास मिलाकर पिलाई। इसके बाद दोनों एक ही फंदे पर झूल गए। मृतक के पास चार पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने ऑनलाइन लिए गए कर्ज से परेशान होने, रिकवरी वालों के ब्लैकमेल करने का जिक्र है। सुसाइड नोट में पोस्टमॉर्टम न कराने, सामूहिक अंतिम संस्कार करने और परिजनों को कर्ज के लिए परेशान नहीं करने की बात लिखी गई है।
भूपेंद्र विश्वकर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपने छोटे परिवार ऋषु व किशु को यहां किसी तकलीफ में नहीं छोड़ सकता। इसलिए मैं अपने बच्चों को भी साथ लेकर जा रहा हूं। एक बार फिर मैं सभी लोगों से माफी मांगता हूं। भूपेंद्र की पत्नी का नाम ऋतु विश्वकर्मा था।
सुसाइड से पहले ग्रुप फोटो
परिवार ने सुसाइड करने से पहले ग्रुप फोटो भी लिया था। आत्महत्या करने से पहले रिश्वतेदारों और परिजनों को व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया ग्रुप्स पर सुसाइड नोट भेजा था। भूपेंद्र ने सुसाइड नोट में परिवार से माफी मांगते हुए लिखा है कि हमारी आखिरी इच्छा है कि सामूहिक दाह संस्कार करें। हमारा कोई पोस्टमॉर्टम न किया जाए। ताकि हम चारों साथ में रहें।