पुणे-बेंगलुरु नेशनल हाईवे पर गन्ना किसानों ने किया चक्का जाम

कोल्हापुर। महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में गन्ने के दामों को लेकर विगत दो महीने से स्वाभिमानी किसान संगठन का भारी आंदोलन जारी है। पिछले साल के पेराई सत्र में चीनी मिलों को भेजे गए गन्ने की दामों की दूसरी किश्त के 400 रुपये और इस वर्ष भेजे जानेवाले गन्ने के 3500 रुपये प्रति टन न्यूनतम मूल्य किसानों को मिले, यह मांग राज्य सरकार और चीनी मिल मालिकों के सामने रखी गई थी। लेकिन दोनों ओर से कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया इसलिए आखिरकार आज गुरुवार को स्वाभिमानी किसान संगठन ने पुणे बेंगलुरु हाइवे पर चक्का जाम कर आंदोलन करने करी ठानी। आंदोलन शामिल किसानों की संख्या को देखकर कोल्हापुर पुलिस ने भारी बंदोबस्त तैनात किया है। सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लगी हुई थी इसलिए पुलिस ने बाईपास से वाहनों को आगे की ओर भेजने का प्रयास शुरू किया।
आंदोलन स्थल पर स्वाभिमानी किसान संगठन के नेता राजू शेट्टी ने शिरोली पंचगंगा नदी के ब्रिज पर अनिश्चितकाल तक ठान मारने का निर्णय लिया। जब तक मांगें नहीं मानी जाती तब तक सड़कें नहीं छोड़ेंगे ऐसा ऐलान किसान नेता राजू शेट्टी ने किया है।
बता दें कि, गन्ना किसानों को विगत पेराई सत्र के गन्ने के दामों की दूसरी किश्त के 400 रुपये और इस पेराई सत्र के गन्ने के दामों को प्रति टन 3500 रुपये का न्यूनतम मूल्य मिले ऐसी मांग स्वाभिमानी किसान संगठन ने सरकार के सामने रखी है। बुधवार को मुंबई में महाराष्ट्र के सहकार मंत्री के साथ इस विषय को लेकर हुई बैठक में योग्य निर्णय न होने से आक्रमक पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने आज गुरुवार को नैशनल हाइवे पर चक्का जाम आंदोलन करने का निर्णय लिया। किसानों के जत्थे सुबह से ही नेशनल हाईवे पर जमा होने शुरू हुए।