संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण : लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट का मामला उठाया

संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण : लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट का मामला उठाया
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण आज यानि सोमवार को शुरू हुआ। चार अप्रैल तक चलने वाले इस चरण के दौरान वित्त विधेयक (बजट) को मंजूरी दी जाएगी। दूसरे चरण के बजट सत्र में सबकी निगाहें वक्फ संशोधन विधेयक पर होगी, जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। इसके अलावा विपक्ष और सरकार के बीच ‘ईपीआईसी’ के मुद्दे पर टकराव होने की उम्मीद है। विपक्ष मतदाता सूची में कथित हेराफेरी, मणिपुर में हिंसा की ताजा घटना और ट्रंप प्रशासन से निपटने में भारत के रुख जैसे मुद्दों को उठाने की योजना बना रहा है।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट का मामला उठाया और सदन में उस पर चर्चा की मांग की। टीएमसी ने भी वोटर लिस्ट का मामला उठाया। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने भी वोटर लिस्ट पर संसद में चर्चा की मांग की।
वहीँ राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, ‘चुनाव आयोग सरकार के कब्जे में है, अगर लोकतंत्र ऐसे ही चलता रहा और चुनाव आयोग सरकार की पैरवी करता रहा तो निश्चित रूप से जो नतीजे आएंगे, वे आपके सामने है। अगर ऐसी ही व्यवस्था चलती रहेगी तो वह लोकतंत्र नहीं दिखावा है। हमें कई वर्षों से संदेह है। जमीन पर क्या होता है, वह सभी को पता है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है।’
डीएमके ने केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी पर जताई नाराजगी
लोकसभा की कार्यवाही स्थगन के बाद फिर से शुरू हो गई है। कार्यवाही शुरू होने पर डीएमके सांसद कनिमोझी ने केंद्रीय मंत्री के डीएमके सदस्यों को असभ्य कहने पर कड़ी आपत्ति जताई। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने अपने बयान पर माफी मांगी और कहा कि उनका मकसद किसी की भावना को चोट पहुंचाना नहीं था। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद की कार्यवाही से केंद्रीय मंत्री के बयान के उस हिस्से को हटा दिया, जिस पर डीएमके सदस्यों ने आपत्ति जताई और वे सदन से वॉकआउट कर गए।
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, ‘लोकतंत्र की आज की आवश्यकता यही है कि विपक्ष एक स्वस्थ चर्चा करे और सत्ता पक्ष को घेरे और सत्ता पक्ष विपक्ष को अपने अच्छे कार्यों की जानकारी देकर उनको संतुष्ट करे लेकिन विपक्ष तैयार नहीं है। विपक्ष हंगामे के लिए तैयार रहता है, सदन में बाधा डालने के लिए तैयार रहता है।’