जहां भ्रष्टाचार था आदत, वहां विजय मोटवानी ने शुरू की ईमानदारी की इबादत

धमतरी/नगर निगम में एक नाम इन दिनों कांग्रेस की बेचैनी और जनता की उम्मीद दोनों बन चुका है — विजय मोटवानी। भाजपा पार्षदों का कहना है कि जबसे विजय मोटवानी ने PWD जैसे के महत्वपूर्ण विभाग की कमान संभाली है, निगम की चाल बदल गई है। अब न फाइलें दबाई जाती हैं, न काम टाले जाते हैं। जो काम सालों से “रिग सिस्टम” में फंसे थे, वे अब सीधे गति में हैं — क्योंकि अब निगरानी ईमानदार हाथों में है।
पार्षद कुलेश सोनी, संजय देवांगन, माला पवार का कहना है कि निगम की बैठक अब सिर्फ़ नोटिस तक सीमित नहीं हैं।महापौर रामू रोहरा की सक्रियता और विजय मोटवानी की पकड़ से अधिकारियों की जवाबदेही बढ़ी है। अब न कोई घुमाने की कोशिश करता है, न टालमटोल की गुंजाइश है।
PWD में ‘सिस्टम क्लीनिंग’ का उदाहरण बन चुके हैं मोटवानी
पार्षद अज्जू देशलहरा, ईश्वर सोनकर और हेमंत बंजारे ने कहा कि PWD जैसे संवेदनशील विभाग में वर्षों से जो “संपर्क-सेटिंग-सौदा” संस्कृति चल रही थी, विजय मोटवानी ने उसे जड़ से खत्म किया।अब टेंडर में वही मिलता है जो वाकई लायक है। न रिम काम करता है, न कमीशन। ये बात कांग्रेस को पच नहीं रही — क्योंकि उनकी राजनीति ही सेटिंग पर टिकी थी।अब कार्यों की गुणवत्ता खुद महापौर,प्रभारी सदस्य द्वारा निगरानी हो रही है, और हर काम तय समय में पूरा हो रहा है। ये बदलाव एक निर्णयशील और ईमानदार नेतृत्व के बिना संभव नहीं था।
विपक्षी बेचैन क्योंकि भ्रष्टाचार पर चोट हुई है
बीजेपी पार्षद ने नेता प्रतिपक्ष दीपक सोनकर और विशु देवांगन के बयानों को “गिरती हुई राजनीतिक जमीन का डर” बताया। उन्होंने दो टूक कहा जब पारदर्शिता से काम होने लगे, तो जिनकी आदत गड़बड़ी से बनी हो — उन्हें तकलीफ होना तय है। विजय मोटवानी काम कर रहे हैं, और कुछ लोगों को उनका काम करना ही चुभ रहा है।प्रभारी सदस्य विजय मोटवानी प्रचार से दूर रहते हैं, लेकिन परिणाम में सबसे आगे होते हैं। वे ना किसी नेता से दबते हैं, ना किसी अफसर से डरते हैं।वो काम की भाषा जानते हैं, और जनता का भरोसा जीतना उन्हें आता है।