वंदे मातरम् के 150 वर्ष पर प्रधानमंत्री के संदेश ने जगाई नई प्रेरणा, शिवसिंह वर्मा आदर्श विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना साहू

वंदे मातरम् गीत – राष्ट्रभावना, अस्मिता और आज़ादी का घोष : रंजना डीपेंद्र साहू
धमतरी- केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे देश में उत्साह पूर्वक बनाने का निर्णय लिया, जिसके अंतर्गत शिवसिंह वर्मा आदर्श शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धमतरी में वंदे मातरम् गीत के स्मरणार्थ कार्यक्रम जिसमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने वंदे मातरम् गीत पर अपने विचार प्रेषित किए, श्री बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित यह गीत राष्ट्रवाद एकता और ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिरोध का सशक्त प्रतीक बन चुका गया था, ब्रिटिश शासन काल में ही राष्ट्रीय गीत को सांप्रदायिक विवाद के माध्यम से तोड़ने का प्रयास किए जाने जैसे अनेक विषयों पर प्रधानमंत्री जी ने कहा। शिव सिंह वर्मा आदर्श शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धमतरी में आयोजित समारोह में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्रीमती रंजना डीपेंद्र साहू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। कार्यक्रम में विद्यार्थियों एवं शिक्षकगणों के साथ रंजना साहू ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सुनकर प्रेरणा ली। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्रीमती रंजना डीपेंद्र साहू ने कहा कि 150 वर्ष पूर्व, श्री बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित “वंदे मातरम्” ने हर भारतीय के हृदय में देशभक्ति की ज्वाला प्रज्वलित की थी, यह गीत केवल शब्द नहीं यह हमारी आत्मा, अस्मिता और आज़ादी का घोष है, इस गीत ने गुलामी की जंजीरों में जकड़े भारतवासियों को स्वतंत्रता के लिए एकजुट होने की शक्ति दी, आज जब हम इस गीत के 150 वर्ष मना रहे हैं, तो यह हमारे लिए गर्व और संकल्प का क्षण है कि हम एक सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने आगे कहा कि वंदे मातरम् गीत ने भारतीय समाज को एकता के सूत्र में बाँधा और ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिरोध का स्वर बना। यह गीत आज भी युवाओं में देशभक्ति की भावना को प्रज्वलित करता है। कार्यक्रम में विद्यालय की प्राचार्य मैथ्यू मैडम ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रगीत वंदे मातरम् हमारे गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है और हमें सदैव यह प्रेरणा देता है कि मातृभूमि की सेवा सर्वोपरि है। इस अवसर पर, रुक्मणी सोनकर, शाला प्रबंधन समिति के सदस्य, शिक्षकगण सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।



