चँदापारी सेन समाज के जिला अधिवेशन में पुरानी रीति रिवाजों के बदलाव पर दिया जोर

फिजूलखर्ची पर रोक लगाने जन्मोत्सव, शादी, और मृत्यु कार्यक्रम में संशोधन जरूरी बताया
धमतरी (प्रखर) जिला चँदापारी सेन समाज का वार्षिक अधिवेशन धमतरी में सम्पन्न हुआ।जिसमें विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा कर पुरानी परम्पराओं ,रीति रिवाजों पर बदलाव पर जोर दिया गया।
18 मार्च सोमवार को धमतरी के आमातालाब रोड रामनगर स्थित सामाजिक भवन में आयोजित जिला चँदापारी सेन समाज की वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ संत शिरोमणि सेनजी महाराज व ईष्ट देव बजरंगबली की पूजा अर्चना के साथ हुआ।पश्चात समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों का स्वागत सम्मान किया गया।जिसके बाद सभापति रिखी राम सेन, सर्व सेन समाज के जिलाध्यक्ष धनसिंह सेन, संरक्षक मोहित सेन, प्रवक्ता कमलनारायण शांडिल्य, पाली जिलाध्यक्ष खिलेश सेन, उपाध्यक्ष दिनदयाल सेन, सलाहकार पंचराम सेन,गौकरण सेन आदि ने पुरानी परम्पराओं, रीति रिवाजों में बदलाव पर जोर देते हुए कहा कि समय के साथ जन्म, विवाह,मृत्यु संस्कारो में परिवर्तन की जरूरत है। जन्मोत्सव पुरानी परंपरानुसार छै दिनों में करने,बर्थडे नही मनाने, सगाई के बजाए सगुन देने,विवाह में फिजूलखर्ची रोकने कपड़ा नही देने, चिकट में कपड़ा के बजाए नगद राशि देने,बरात स्वागत में डीजे, धुमाल पर रोक लगाने तथा पानी ग्रहण गोधूली बेला में ही करने, मृत्यु कार्यक्रम में शव पर कफ़न नही डालने, तथा मृत्युभोज में खीर पूड़ी, बड़ा, लड्डू एवं अन्य मिष्ठानों पर प्रतिबन्ध अथवा ऐच्छिक करने जैसे अनेक फिजूलखर्ची व्यवस्था पर अंकुश लगाने की चर्चा कर कड़ाई से इसका पालन करने पर बल दिया गया।पश्चात बेटी रोटी से सम्बंधित प्रकरणों का निराकरण किया गया।सचिव रघुवीर सेन ने प्रतिवेदन पठन व आभार तथा संचालन केशकुमार सेन ने किया।अधिवेशन में नारद राम सेन, सुरेश सेन, ललित शांडिल्य, रुपकुमार सेन, धनेश सेन, दुर्गा प्रसाद सेन, संतोष शांडिल्य,रवि कुमार शांडिल्य, उमेन्द्र सेन, कमल सेन, गोलु सेन,बिसौहा राम सेन, झुमुकलाल सेन, टेमन सेन, अर्जुन सेन, रुद्रेश सेन, पुरषोत्तम सेन, गणेश राम सेन, कनश राम सेन, शेषनारायण भारद्वाज,पुनेश्वशर,सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।