अमृतसर धमाका : गिरफ्तार आरोपियों ने किये बड़े खुलासे, विस्फोटक भी बरामद

पंजाब के अमृतसर में बुधवार देर रात श्री गुरु रामदास सराय के पीछे हुए धमाके के आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है। आरोपियों से पूछताछ के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। वहीँ आरोपियों के पास से काफी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है।
बुधवार-गुरुवार देर रात करीब 12 बजकर 40 मिनट पर स्वर्ण मंदिर के पास श्री गुरु रामदास सराय के पिछली तरफ गलियारे में जोरदार धमाका हुआ था। पांच दिनों में श्री हरमंदिर साहिब के पास यह तीसरा धमाका हुआ है। धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज तीन सौ मीटर दूरी तक सुनाई दी। यह धमाका पहले दो धमाकों वाली बिल्कुल विपरीत दिशा में है, जो पहले हेरिटेज स्ट्रीट में हुए धमाकों से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। बम धमाके के मामले को सुलझाते हुए पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। डीजीपी गौरव यादव ने इसकी पुष्टि की है।
एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर धामी ने धमाकों की निंदा करते हुए सरकार से कार्रवाई की मांग की है। धामी ने कहा कि यह पंजाब सरकार की नाकामी है। हम अब अपनी खुद की टास्क फोर्स को मजबूत करेंगे। हम पुलिस से इस मामले की गहन जांच करने का आग्रह करते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आजाद वीर सिंह पुत्र जसवीर सिंह निवासी गांव वडाला कला बाबा बकाला, अमरीक सिंह पुत्र लखबीर सिंह निवासी गुरदासपुर, साहब सिंह निवासी गेट हकीमा अनगढ़, धर्मेंद्र और हरजीत निवासी 88 फुट रोड के रूप में हुई।
बताया गया कि आरोपी आजाद वीर सिंह ने बुधवार देर रात करीब 12 बजे श्री गुरु रामदास सराय के बाथरूम में जाकर उसके पीछे की तरफ पार्क में बम ब्लास्ट कर दिया। प्रारंभिक जांच में आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने माना कि इससे पहले हुए दो ब्लास्ट भी उन्होंने ही किए थे। पहले विस्फोट में पार्किंग स्थल पर एक कंटेनर में पॉलीथिन लिफाफे में बम रखा गया था। दूसरे धमाके के लिए सुबह 4 बजे पार्किंग स्थल पर ही एक दूसरा बम रखा और वहां से निकल गए। एक व्यक्ति ने लटकते धागे को खींचा तो ब्लास्ट हो गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने मिलकर पटाखे बनाने का मैटेरियल खरीदा और उसमें पत्थर डालकर ट्रायल लिया। इसमें कामयाब होने पर उन्होंने पटाखा बनाने वाले लोगों से पोटाश सल्फर इत्यादि मैटेरियल पांच हजार रुपये में खरीदा और बम तैयार करने शुरू कर दिए।