आईईडी ब्लास्ट में शहीद जवानों को मुख्यमंत्री साय ने दिया कंधा, सीआरपीएफ डीजी पहुँचे बीजापुर

आईईडी ब्लास्ट में शहीद जवानों को मुख्यमंत्री साय ने दिया कंधा, सीआरपीएफ डीजी पहुँचे बीजापुर
रायपुर। बस्तर के अबूझमाड़ में चलाए गए ऑपरेशन में नक्सलियों को ढेर कर बीजापुर के बेदरे इलाके से इंद्रावती नदी पार कर स्कॉर्पियो से दंतेवाड़ा लौट रहे डीआरजी जवानों से सोमवार को ब्लास्ट कर उड़ा दिया था। नक्सलियों ने कुटरु के अंबेली के पास जवानों की गाड़ी को निशाना बनाया। ब्लास्ट इतना भयानक था कि सडक़ में 7 फीट से ज्यादा गहरा गड्डा हो गया, वहीं मौके पर ही 8 जवान शहीद हो गए। वहीं गाड़ी के ड्राइवर की भी मौत हो गई थी।
नक्सलियों द्वारा सोमवार को बीजापुर जिले में कुटुरू (अबेली गांव) में किए गए आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए आठ जवानों को श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय दंतेवाड़ा पहुंचे। मुख्यमंत्री साय ने अंतिम यात्रा से पहले शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। कारली पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शहीद जवानों के शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के साथ पुलिस के आला अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम लोग मौजूद थे। शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री साय ने उनके शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाया।
डीजीपी अशोक जुनेजा, एडीजीपी विवेकानंद, आईजी सीआरपीएफ राकेश अग्रवाल और आईजी बस्तर सुंदरराज ने उस घटनास्थल का दौरा किया जहां कल नक्सली आईईडी विस्फोट में 8 डीआरजी जवान और उनके चालक की जान चली गई थी।
सीआरपीएफ महानिदेशक वितुल कुमार पहुँचे बीजापुर
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक वितुल कुमार अपने बल के अभियानों की समीक्षा करने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। इसके अलावा यहां वह बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट का विश्लेषण करेंगे। अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि अर्द्धसैनिक बल के कार्यवाहक प्रमुख के घटनास्थल का दौरा करने, शहीद जवानों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लेने तथा अपने बल की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने की संभावना है। उन्होंने बताया कि वितुल कुमार मंगलवार को बस्तर क्षेत्र में कुछ सीआरपीएफ शिविरों का भी दौरा करेंगे।
पिता को पता ही नहीं था कि बेटा कहां चला रहा है वाहन
बस्तर जिले के कोड़ेनार थाना क्षेत्र के अंतर्गत बड़े आरापुर निवासी कमल साय राना का सबसे छोटा बेटा तुलेश्वर राना 25 वर्ष कुछ समय तक नगरनार स्थित एनएमडीसी में वाहन चलाने का काम करता था। अचानक से वहां से कुछ महीने पहले ही पुलिस लाइन में वाहन चलाने का काम करने लगा। वीआईपी दौरा या फिर जवानों को लाने ले जाने का काम तुलेश्वर के द्वारा किया जा रहा था। तुलेश्वर अपने दोस्तों के साथ जगदलपुर में ही एक किराए के मकान में रह रहा था। आखिरी बार 20 या 22 दिसंबर को अपने घर गया था, जहां अपने परिजनों से बात करने के बाद चला गया था।
मृतक तुलेश्वर राना के पिता कमल साय राना ने मीडिया को बताया कि उन्हें पता ही नहीं था कि उसका बेटा नगरनार एनएमडीसी में वाहन चला रहा है, उसे इस बात की बिल्कुल जानकारी नहीं थी कि आज के बाद उसका बेटा वापस नहीं आएगा। कमल साय ने मीडिया को बताया कि सोमवार की शाम को अचानक एक अनजान नंबर से फोन आया कि आपके बेटे का निधन हो गया है, आप सभी बीजापुर आ जाओ।
तुलेश्वर के मौत की खबर लगते ही गांव में मातम छा गया, वहीं तुलेश्वर के घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई, इसके अलावा पिता को अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि उसका सबसे छोटा बेटा अब इस दुनिया में नहीं है।
जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा : गृहमंत्री शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक देश से नक्सलियों को खत्म करने का संकल्प लिया और कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। शाह ने कहा कि एक आईईडी विस्फोट में डीआरजी के जवानों के बलिदान की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं बहादुर जवानों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। शाह ने आगे कहा कि इस दुख को शब्दों में व्यक्त करना असंभव है, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम मार्च 2026 तक भारत में नक्सलवाद को खत्म कर देंगे।
राजयपाल ने की निंदा
राज्यपाल रमेन डेका ने बीजापुर जिले के कुटरू-बेदरे मार्ग में नक्सलियों द्वारा डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड के जवानों की गाड़ी को आईईडी ब्लास्ट से उड़ाने की कायरतापूर्ण घटना की कड़ी निंदा की है। राज्यपाल ने कहा, इस घटना में अनेक जवानों के शहीद होने की दुखद जानकारी मिली है। नक्सलियों द्वारा किया गया यह कृत्य जघन्य अपराध है। ईश्वर मृत आत्माओं को शांति प्रदान करें। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की है।
शहीद जवान
शहीद जवानों में प्रधान आरक्षक बुधराम कोरसा पिता पाण्डू कोरसा, बस्तर फाईटर्स आरक्षक हरीश कोर्राम पिता गोन्डू, बस्तर फाईटर्स आरक्षक सोमडू वेट्टी पिता सन्नू वेट्टी, बस्तर फाईटर्स आरक्षक सुदर्शन वेट्टी पिता आशा राम, बस्तर फाइटर्स आरक्षक सुबरनाथ यादव पिता श्रीधर यादव, आरक्षक डूम्मा मरकाम पिता आयतु मरकाम, आरक्षक पण्डरू राम पोयाय पिता स्व0 जोगा पोयाम और आरक्षक बामन सोढ़ी पिता स्व0 हड़मा सोढ़ी शामिल हैं।