पाकिस्तान ने अमृतसर के ‘स्वर्ण मंदिर’ पर दागे थे ड्रोन और मिसाइल, आकाश मिसाइल प्रणाली ने किया नाकाम

पाकिस्तान ने अमृतसर के ‘स्वर्ण मंदिर’ पर दागे थे ड्रोन और मिसाइल, आकाश मिसाइल प्रणाली ने किया नाकाम
नई दिल्ली। पाकिस्तान ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर को भी निशाना बनाने के लिए मिसाइलें और ड्रोन दागे थे। इसे भारतीय रक्षा प्रणालियों ने ध्वस्त कर दिया था। इसे लेकर सेना ने एक डेमो भी जारी किया। इसके अलावा सेना के पश्चिमी मोर्चे ने एक नया वीडियो भी जारी किया। वीडियो में सेना ने पंजाब में मार गिराए गए पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल के मलबे भी दिखाए। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की मदद से पाकिस्तान के आतंकी संगठनों और उसकी सेना दोनों को ही कुछ ही दिनों में घुटने पर ला दिया था। हालांकि, भारत ने इस ऑपरेशन के दौरान इस बात का खास ध्यान रखा कि भारत के हमले में पाकिस्तान के आम लोगों को कोई नुकसान न पहुंचे। हालांकि, कायर पाकिस्तान की सेना ने जानबूझकर भारत के नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया। अब भारतीय सेना ने पाकिस्तान की एक और कायराना हरकत का खुलासा किया है। सेना ने बताया है कि पाकिस्तानी सेना ने पंजाब के अमृतसर में स्थित पवित्र स्वर्ण मंदिर को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाना की कोशिश की थी। हालांकि, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के इस मंसूबे पर पानी फेर दिया था।
मॉडर्न एयर डिफेंस सिस्टम से किया कवर
भारतीय सेना के मेजर जनरल कार्तिक सी शेषाद्रि ने इस बारे में बताया- “यह जानकारी थी कि पाकिस्तानी सेना के पास कोई लिजिमेट लक्ष्य नहीं है। हमने अनुमान लगाया था कि वे सैन्य ठिकानों, धार्मिक स्थलों सहित नागरिक लक्ष्यों को निशाना बनाएंगे। इसमें अमृतसर का स्वर्ण मंदिर सबसे प्रमुख माना गया था। हमने स्वर्ण मंदिर को पूरी वायु रक्षा देने के लिए मॉडर्न एयर डिफेंस सिस्टम से कवर किया। 8 मई की सुबह, अंधेरे में पाकिस्तान ने मुख्य रूप से ड्रोन और लंबी दूरी की मिसाइलों के साथ बड़े पैमाने पर हवाई हमला किया। हम पूरी तरह से तैयार थे क्योंकि हमने इसकी आशंका जताई थी। हमारे बहादुर और सतर्क सेना के एयर डिफेंस गनर्स ने पाकिस्तानी सेना के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया और स्वर्ण मंदिर पर निशाना लगाकर दागे गए सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया। इस तरह हमने हमारे पवित्र स्वर्ण मंदिर पर एक खरोंच भी नहीं आने दी।”
उन्होंने कहा कि 7 मई की रात को हमें पुख्ता जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान किसी उचित और सटीक टार्गेट न होने के कारण सिविल ठिकानों, खासतौर पर धार्मिक स्थलों को निशाना बनाएगा। इसमें अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर सबसे अहम था। हमें अतिरिक्त जानकारी यह भी मिली कि वे (पाकिस्तान) स्वर्ण मंदिर पर भारी तादाद में ड्रोन और मिसाइल से हमला करेंगे, इसलिए हमने तुरंत आधुनिक अतिरिक्त एवं उपयुक्त एयर डिफेंस उपलब्ध कराया था। हमने स्वर्ण मंदिर पर एक आंच भी नहीं आने दी।’
भारतीय सेना ने आकाश मिसाइल सिस्टम, एल-70 एयर डिफेंस गन समेत अन्य एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से अमृतसर में स्वर्ण मंदिर और पंजाब के शहरों को पाकिस्तानी मिसाइल और ड्रोन के हमलों से बचाया था। पाकिस्तान के सभी ड्रोन और मिसाइल हवा में ही मार गिराए गए थे। भारतीय सेना की 15वीं इन्फैंट्री डिवीजन के जेओसी मेजर जनरल कार्तिक सी शेषाद्री ने पाकिस्तान को चेतावनी भी जारी की है। उन्होंने कहा याद रहे ऑपरेशन सिन्दूर केवल स्थगित किया गया है, ये ख़त्म नहीं हुआ। उसका विकराल रूप अभी बाकी है।
भारतीय सेना के एक जवान ने कहा, इस वक्त हम ऑपरेशन सिंदूर का हिस्सा हैं। 8-9 मई की रात को दुश्मन ने अचानक हम पर फायरिंग की और घुसपैठ की कोशिश की। हमने दुश्मन पर अचूक फायरिंग की और उसकी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। हमारी फायरिंग का नतीजा ये हुआ कि सुबह तक दुश्मन अपने घुटनों पर आ गए और अपनी पोस्ट पर सफेद झंडा लहरा दिया। हम अपने देशवासियों को यह भरोसा दिलाते हैं कि जब तक देश की सीमाओं पर भारतीय सेना तैनात है, तब तक कोई भी इस देश की तरफ आंख उठाकर नहीं देख सकता।
आकाश: हवाई खतरों से बचाने वाला भारत का स्वदेशी हथियार
आकाश को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने तैयार किया। डीआरडीओ की ओर से विकसित आकाश एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली है। इसे डीआरडीओ और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड की ओर से निर्मित मिसाइलों द्वारा विकसित किया गया है। आकाश बैटरी मिसाइल प्रणाली 18,000 मीटर की ऊंचाई पर 45 किलोमीटर दूर तक के विमानों को निशाना बना सकती है। इसमें लड़ाकू जेट, क्रूज मिसाइल और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइलों जैसे हवाई लक्ष्यों को बेअसर करने की क्षमता है।