यूथ प्रेस वेलफेयर फाउंडेशन ने स्टेशनपारा स्कूल में बच्चों को कापी, पहाड़ा, पेन बांटे

बच्चों को खूब मन लगाकर पढ़-लिखकर अपने मां-बाप का नाम रौशन करने किया प्रेरित
धमतरी(प्रखर) अपने सामाजिक सरोकार दायित्व के तहत यूथ प्रेस वेलफेयर फाउंडेशन धमतरी ने शनिवार सुबह स्कूली बच्चों को कापी, पहाड़ा और पेन वितरण किया। बच्चों को खूब मेहनत कर पढ़-लिखकर अपने माता-पिता का नाम रौशन करने प्रेरित किया शनिवार को सुबह आयोजित कार्यक्रम में रेलवे स्टेशनपारा स्थित प्राथमिक और माध्यमिक शाला के बच्चों से मुलाकात की। इस बीच प्राथमिक शाला के 37 तथा माध्यमिक शाला के 21 छात्र-छात्राओं को कापी, पहाड़ा और पेन वितरण किया। बच्चों को खूब मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। पढ़-लिखकर अपने माता-पिता के सपनों को साकार करने की बात कही। इस मौके पर यूथ प्रेस वेलफेयर फाउंडेशन धमतरी के अध्यक्ष रोशन सिन्हा ने कहा कि शिक्षा से ही सामाजिक उत्थान होता है, इसलिए पालकों को अपने बच्चों की पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए। शिक्षा के साथ ही संस्कार भी जरूरी है। बच्चों को ट्रैफिक नियमों की भी जानकारी दी। साथ ही पाउच-गुटखा से दूर ही रहने की समझाईश देते हुए अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर फोकस रखने की बात कही। बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल कर डॉक्टर, इंजीनियर, पुलिस, आर्मी की सेवा में जाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में यूथ प्रेस वेलफेयर फाउंडेशन के डा. भूपेन्द्र साहू, राममिलन साहू, अजय देवांगन, शैलेन्द्र नाग, दिलीप देवांगन, हेमलाल साहू, प्रदीप पाडे़, भूपेन्द्र निर्मलकर, राज सोनवानी, दादू सिन्हा, विजय साहू समेत पार्षद रामेश्वर वर्मा, माध्यमिक शाला की प्रधान पाठिका इंदू देशलहरा, प्राथमिक शाला के प्रधानपाठक सुनील साहू, गोविंद राम सिन्हा, विश्वनाथ सोनकर, उल्लास वर्धन सिन्हा, दीपक यादव, तरूण साहू आदि मौजूद रहे।
भिक्षावृत्ति बंद होना चाहिए
इस दौरान यह जानकारी मिली कि इस स्कूल में स्लम बस्ती से ही बच्चे पहुंचते हैं जिसमें से ज्यादातर भिक्षावृत्ति की ओर अग्रसर रहते हैं। खासकर शनिवार और अन्य त्योहारों के दिन में मंदिर में पहुंचकर 100- 200रु की कमाई कर लेते हैं,जिसकी वजह से कई लोग स्कूल भी नहीं आते हैं। इनके लिए शासन की योजनाओं को शिक्षा विभाग, बाल संरक्षण विभाग स्कूल के बच्चों तक पहुंचाए ताकि भिक्षावृत्ति को बंद की जा सके और यह बच्चे अपने पढ़ाई में आगे बढ़ सके। पार्षद रामेश्वर वर्मा ने बताया कि वह इस वार्ड के पार्षद हैं और अपनी बेटी को प्राइवेट स्कूल से निकाल कर इस स्कूल में भर्ती कराए हैं ताकि लोगों को प्रेरणा मिल सके।