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60 लाख का घोटाला : 77 रुपये का मच्छर मारने वाला तेल 740 रुपये में खरीदा, पूर्व नगर निगम अधिकारी समेत 4 गिरफ्तार

60 लाख का घोटाला : 77 रुपये का मच्छर मारने वाला तेल 740 रुपये में खरीदा, पूर्व नगर निगम अधिकारी समेत 4 गिरफ्तार

झारसुगुड़ा। ओड़िशा के झारसुगुड़ा से चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां चार लोगों को 60 लाख रुपये से अधिक के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसमें नगर निगम के पूर्व कार्यकारी अधिकारी मनोज कुमार टांडी भी शामिल हैं। ये आरोप मच्छर मारने वाले तेल की खरीदारी में घोटाले के चलते लगे हैं। कुछ दिनों पहले आरोप लगे कि झारसुगड़ा नगर निगम के अधिकारियों ने 2022-23 और 2023-24 के दौरान सरकारी धन का गबन किया और सप्लायर के साथ मिलकर मच्छर मारने वाले तेल को नगर निगम के लिए मार्केट से अत्यधिक कीमतों पर खरीदा। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस विभाग ने इस मामले की जांच शुरू की।

विजिलेंस के जांच में यह सामने आया कि 2023 में, मनोज कुमार टांडी ने झारसुगुड़ा के एक सप्लायर को 10,200 लीटर मच्छर मारने वाले तेल की आपूर्ति का आदेश दिया था। लेकिन यह आदेश मार्केट से लगभग 100 गुना महंगी कीमतों पर दिया गया था। जांच यह भी पाया गया कि सप्लायर ने नगर निगम को लगभग 9,500 लीटर मच्छर नाशक तेल दिया और इसके बदले 7 बिल भेजे, जिनकी कुल कीमत लगभग 70,30,000 रुपये थी।

2023-24 में किया घोटाला
2022-23 में, नगर निगम अधिकारी मनोज कुमार टांडी ने मच्छर नाशक तेल की खरीदारी 77 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से की थी, लेकिन 2023-24 में, उन्होंने झारसुगुड़ा के एक सप्लायर से 740 रुपये प्रति लीटर की दर पर तेल खरीदी, जो पिछले साल की कीमत से लगभग 10 गुना अधिक थी। इस गबन से नगर निगम को 61,44,600 रुपये का घाटा हुआ और सप्लायर को गलत तरीके से फायदा हुआ। विजिलेंस विभाग के अधिकारी ने बताया कि ये हेरफेर 2022 से 2024 के बीच किया गया है। झारसुगुड़ा नगर निगम ने 10,200 लीटर मच्छर मारने वाले तेल की आपूर्ति के लिए एक टेंडर निकाला। 3 लोगों ने इस टेंडर में भाग लिया। 740 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से झारसुगुड़ा के एक सप्लायर के दरों को मंजूर कर उसे आपूर्ति की जिम्मेदारी की गई, जबकि पिछले साल के कीमतों से इस बार की कीमतें लगभग 100 % अधिक थी।

अब तक चार गिरफ्तार
सप्लायर ने 9500 लीटर तेल सप्लाई किया जिसके लिए उसे 70,30,000 रुपए का भुगतान किया गया था जिससे सरकार को व्यापक नुकसान पहुंचा है। 10 लोगों की टीम इस पूरे मामले की जांच कर रही थी। हमने नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी मनोज टांडी, सप्लायर और सैनिटाइजेशन एक्सपर्ट समेत कुल 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है। जांच अधिकारी इनके लिंक को भी खंगाल रहे हैं। अधिकारी ने कहा “जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा, वो गिरफ्तार होगा।”

 

Author Desk

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