एक समृद्ध और खुशहाल समाज के निर्माण के लिए प्रशासन के साथ सामाजिक सहभागिता भी आवश्यक-दीपक ठाकुर

धमतरी (प्रखर) नशा किसी भी दुर्व्यसन का हो विनाश के द्वार खोल देता है इस विषय को लेकर समाजसेवी दीपक सिंह ठाकुर और उनकी टीम ने ग्राम अरौद की माताओं और बहनों के साथ मिलकर एक अभियान नशे के विरुद्ध चलाया जिसमे अराैद ग्राम की माताओं के साथ मिलकर इस सामाजिक बुराई को जड़ से मिटाने के लिए संकलिपित हुए।आज मंगलवार 22 तारीख को महाराणा प्रताप गार्डन विवेकानंद नगर धमतरी में उन्होंने माताओं के साथ बैठक ली और नशे के विरुद्ध जनजागरण और कैसे हम इस बुराई को समाज से दूर करें इस पर विस्तृत चर्चा की गई, चर्चा में नगर से अभिषेक मिश्रा, डाकेश्वर साहू ,चित्रेश साहू,आशीष मिश्रा ,अमित सोना,गोपाल,आयुष दिवान,पुलकित,हिमांशु,एकनाथ साहू, सत्यम सिन्हा,शौर्य चंद्राकर, देवेंद्र साहू और गांव से मीराबाई ध्रुव , अश्विनी पुनियाबाई रहिमत हेमिन, जोहनी, नीरा जौहतरी, पुनीता,मुक्ति एवं रामबाई उपस्थित थे।दीपक सिंह ठाकुर ने कहा घर गृहस्थी की मुख्य बागडोर माताओं और बहनों के हाथो में होता है उन्हें चाहिए कि वे अपने घर के पुरुषो को नियंत्रित करें और थोड़ा भी संदिग्ध हालात होने पर तुरंत नशा मुक्ति केंद्रों का सहयोग लेवें।नशे के विरुद्व लड़ाई में हमे जहां भी अवैध रूप से इस प्रकार का कार्य किया जा रहा है, उसके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की आवश्यकता है,उनका कहना था, कि पहले नशा लोगों को मज़ा देता है, फिर धीरे धीरे वह आदत में बदल जाता है जब लोग बुरी तरह लत का शिकार हो जाते हैं तब उस लत को पूरा करने के लिए जब पैसों की आवश्यकता पड़ती है तब वो अपराध करने लगते हैं और लूटपाट की घटनाएं बढ़ने लगती है चाकूबाजी जैसी घटनाएं बढ़ने लगती है, प्रशासन को भी कार्य करने में कठिनाई होती है, इसके लिए समाज को चाहिए कि जिस जिस जगह पर भी नशे का अवैध कारोबार हो रहा है पुलिस प्रशासन को और जनप्रतिनिधियों को सूचित करें ताकि बढ़ते हुए अपराध पर अंकुश लगाया जा सके।पुलिस प्रशासन के लिए आग्रह किया कि नाबालिग बच्चों के जेब की चेकिंग शुरू करें अगर नशे का समान या अवैध हथियार कुछ भी मिले तो उन पर तत्काल कार्यवाही करें।एक समृद्ध और खुशहाल समाज के निर्माण के लिए प्रशासन के साथ समाजिक संगठनों के सहयोग की भी आवश्यकता होती है।