छत्तीसगढ़

पी.जी.कॉलेज धमतरी में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन




धमतरी (प्रखर) बी.सी.एस.शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय,धमतरी की प्राचार्य डॉ.श्रीदेवी चौबे के निर्देशन में प्रभारी प्राचार्य डॉ.अनिता राजपुरिया एवं कार्यक्रम के संयोजक डॉ.हेमवती ठाकुर के मार्गदर्शन नवीन भवन के सेमीनार हॉल में जनजातीय समाज की गौरवशाली अतीत ,ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि जी.आर.राणा, पूर्व अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति आयोग छ.ग.शासन थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नरेन्द्र रोहरा अध्यक्ष जनभागीदारी समिति बी.सी.एस.शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय,धमतरी ने की। मुख्य वक्ता के रूप में विकास मरकाम अध्यक्ष भारतीय जनता पाटी अनुसूचित जनजाति मोर्चा छ.ग.थे एवं िविशिष्ट अतिथि के रूप में जे.एल.ध्रुव अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज जिला धमतरी एवं महेश रावटे कार्यकारी अध्यक्ष सर्वआदिवासी समाज जिला धमतरी थे साथ ही डॉ.ए.आर.ठाकुर, विजय साहू , सुभाष चंद्राकर ,मन्नम राणा व आदिवासी समाज के वरिष्ठजन उपस्थित थे। कार्यक्रम में मंच संचालन की भूमिका वारूणी यदु ने निभाई कार्यक्रम का शुभारंभ समस्त अतिथियों व्दारा दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया तत्पश्चात् समस्त अतिथियों का फलदार पौधे एवं गमले भेंटकर तथा पगड़ी बांधकर स्वागत किया गया। उक्त अवसर पर समस्त अतिथियों का आदिवासी संस्कृति के अनुरूप ढोल, बाजे के साथ स्वागत किया गया। उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि जी.आर.राणा ने आदिवासियों के अतिहास ,धरोहर,स्वतंत्रता आंदोनल में योगदान ,संवैधानिक अधिकारों के संबंध में विस्तृत प्रकाश डाले। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आदिवासियों की दिनचर्या से समस्त व्यापारी वर्गे को भी शिक्षा लेने की बात कही। मुख्य वक्ता विकसा मरकाम ने जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला उन्होंने शहीद गुण्डाधुर ,वीरनारायण सिंह, भगवान बिस्सा मुण्डा आदि के बलिदान से प्रेरणा लेने की बात कही। विशिष्ट अतिथि जे.एल.ध्रुव ने भी आदिवासी संस्कृति से प्रेरणा लेने का संदेश दिया एवं महेश रावटे ने आदिवासियों के भारतीय इतिहास में मूल निवासी के रूप में किए गए आधुनिक शोध के संबंध में बताया। उद्बोधन के पश्चात् कार्यक्रम के आयोजन एवं संयोजक डॉ.हेमवती ठाकुर के मार्गदर्शन में आदिवासी वेशभूषा पर रैम्प वाक,रंगोली,पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि एवं समस्त अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। उक्त अवसर पर डॉ.हेमवती ठाकुर ने भी मंच को संबोधित करते हुए जनजातीय समाज के गौरवशाली अतीत एवं उनके सम्पूर्ण विकास को विस्तार से बताते हुए आदिवासी संस्कृति की गौरवशाली परंपरा को रखने की बात कही।अंत में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ.अनिता राजपुरिया ने समस्त अतिथियों ,स्टाफ,छात्र छात्राओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उक्त समस्त कार्यक्रम में डॉ.हेमवती ठाकुर ,कृष्ण कुमार देवांगन, जितेन्द्र मानकर ,दिनेश्वर सलाम सहित समस्त स्टॉफ का पूर्ण योगदान रहा।

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