छत्तीसगढ़

बाबा जी ने छुआ-छूत को समाज से समाप्त करने नशापान और जीव हत्या नहीं करने का संदेश दिया –  निलेश लूनिया

समाज में छुआछूत के भेदभाव को मिटाने के लिए मनखे – मनखे एक समान का संदेश

धमतरी(प्रखर) बाबा गुरु घासीदास की जयंती के अवसर पर समाज जनों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए शहर भाजपा मंडल महामंत्री निलेश लूनिया ने कहा कि बाबा जी ने जात पात से दूर रहने छुआ-छूत को समाज से समाप्त करने नशापान और जीव हत्या नहीं करने समाज में शिक्षा को जन जन तक पहुंचाने संदेश दिया था। बाबाजी का मानना था कि समाज में प्रत्येक व्यक्ति सामाजिक रूप से समान हैसियत रखता है।वे पशुओं से भी प्रेम करने की सीख देते थे। वे उन पर क्रूरता पूर्वक व्यवहार करने के खिलाफ थे गुरु घासीदास ने अपने उपदेशों के माध्यम से दुनिया को सत्य अहिंसा और सामाजिक सद्भावना की मार्ग दिखाया  उनका जीवन दर्शन और विचार मूल्य आज भी प्रासंगिक और समस्त मानव जाति के लिए अनुकरणीय है। हमारे देश मे छुआछूत और भेदभाव चरम पर था बाबा गुरु घासीदास अपने बालपन से ही इन भेदभाव को देख रहे थे उनके मन में बहुत पीड़ा होती थी तब उन्होंने समाज में छुआछूत के भेदभाव को मिटाने के लिए मनखे – मनखे एक समान का संदेश दिया जिससे समाज में कारगर प्रभाव पड़ा

Author Desk

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