शीतकालीन सत्र : लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित, विपक्ष का अदाणी, संभल, मणिपुर पर जोरदार हंगामा

शीतकालीन सत्र : लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित, विपक्ष का अदाणी, संभल, मणिपुर पर जोरदार हंगामा
नई दिल्ली। संसद के चालू शीतकालीन सत्र के पहले दिन हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों की कार्यवाही नहीं चल सकी थी। दूसरे दिन संविधान दिवस पर ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक हुई जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधित किया था। आज शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई है। विपक्ष अदाणी और संभल बवाल को लेकर सदन में लगातार हंगामा करता रहा, जिसके चलते संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा भी हंगामे के चलते सुबह 11.30 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है। फिर शुरू होते ही दिनभर के लिए स्थगित हो गई। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उद्योगपति गौतम अदाणी की गिरफ्तारी की मांग की है। लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई है। विपक्ष अदाणी, संभल, मणिपुर और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर नारेबाजी कर रहा था और प्रश्नकाल को भी नहीं चलने दिया गया। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने मणिपुर और गौतम अदाणी के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया।
कार्यवाही से पहले संसद के बाहर राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, आपको लगता है कि अडानी आरोपों को स्वीकार करेंगे? जाहिर है कि वह आरोपों से इनकार करेंगे। मुद्दा यह है कि जैसा कि हमने कहा है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सैकड़ों लोगों को छोटे-छोटे आरोपों में गिरफ्तार किया जा रहा है और सज्जन (गौतम अडानी) पर अमेरिका में हजारों करोड़ रुपये का आरोप है, उन्हें जेल में होना चाहिए और सरकार उन्हें बचा रही है।
लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने अदाणी समूह के कथित कदाचार और इस मुद्दे पर जेपीसी गठन के मुद्दे पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गौतम अडानी के अभियोग के मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्य स्थगन नोटिस दिया। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया और गौतम अडानी पर अभियोग के मुद्दे पर चर्चा की मांग की।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ‘राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ते अपराध के ग्राफ’ को लेकर नियम 267 के तहत राज्यसभा में कार्य स्थगन का नोटिस दिया है।
राज्यसभा में शून्यकाल बाधित, सदन दिन भर के लिए स्थगित
राज्यसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति, और उत्तर प्रदेश के संभल और मणिपुर में हिंसा तथा अडानी समूह की कथित अनियमिताओं की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग को लेकर शोरशराबा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई और शून्यकाल बाधित हुआ। सभापति जगदीप धनखड़ ने पहले स्थगन के बाद 11 बजकर 30 मिनट पर जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू की तो विपक्ष के सदस्य शोर शराबा करने लगे। सभापति धनखड़ ने सदस्यों से शांत होने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करना चाहिए।
इस बीच कांग्रेस के जयराम रमेश और प्रमोद तिवारी ने बोलने का प्रयास किया तो सभापति ने कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं लेने के निर्देश दिए। द्रविड़ मुनेत्र कषगम के तिरुचि शिवा व्यवस्था का प्रश्न उठाने की अनुमति मांगी तो सभापति ने कहा की अव्यवस्था में व्यवस्था का प्रश्न नहीं उठाया जा सकता। पहले सदस्यों को शांत होना होगा। इस पर सदन में हंगामा होने लगा। स्थिति को देखते हुए सभापति ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 32 मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
संजय राउत ने ईवीएम पर उठाए सवाल
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि हम पिछले 10 सालों से यह सवाल उठा रहे हैं। जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब भाजपा ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे। ईवीएम इस देश में धोखा है और अगर ईवीएम नहीं होगी तो भाजपा को पूरे देश में 25 सीटें भी नहीं मिलेंगी। महाराष्ट्र और हरियाणा के नतीजे जिस तरह से आए हैं, हम उसे स्वीकार नहीं करते। बैलेट पेपर पर चुनाव करवाएं और जो भी नतीजे आएंगे, हम उसे स्वीकार करेंगे।
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने प्रशासन पर उपचुनाव के दौरान बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया। डिंपल यादव ने कहा, प्रशासन ने बूथ कैप्चरिंग का काम किया और आज जब हम संविधान दिवस मना रहे हैं, तो हम चाहते हैं कि हमारा देश संविधान से चले। जिस तरह से चुनाव परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद संभल की घटना हुई, मुझे लगता है कि यह सरकार और भाजपा की नीति और नीयत पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।