स्वर्गधाम सेवा समिति ने किया 658 अनजान मृतकों का पिंडदान
डॉ रोशन उपाध्याय ने अपनी व्याख्यान में पितर के महत्व को बताया


धमतरी(प्रखर) सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या पर रुद्रेश्वर महादेव घाट में स्वर्गधाम सेवा समिति ने अनजान मृतकों का पिंडदान एवं तर्पण किया।बुधवार सुबह पंडित रामअवतार तिवारी ने विधि विधान से सभी 658 अनजान मृतकों का पिंडदान एवं तर्पण कराया। महानदी के रूद्रेश्वर घाट में पूजा पश्चात पिंडदान कर मृतात्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई।तर्पण में मुख्य रूप से स्वर्गधाम सेवा समिति के
अध्यक्ष एवंत गोलछा,महासचिव अशोक पवार मौजूद थे।इस दौरान अर्चना आदर्श महिला मानस मंडली बड़ी करेली ने भजनों की प्रस्तुति दी।
पितृ तर्पण कार्यक्रम में विशेष व्याख्यान देते हुए सेवाभावी चिकित्सक डॉ रोशन उपाध्याय ने पितृ पक्ष के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पितृ पक्ष 16 दिनों का महोत्सव है। जल, भोजन ,हवन के माध्यम से हम पितरों को तर्पण करते है। शास्त्र पितृ पक्ष को महोत्सव के रूप में मनाने कहता है। भगवान के 24 प्रमुख अवतार है। भगवान भी अपने पितरों का तर्पण करते है। अगर मनुष्य योनि में है तो उसे जो है अंग रूप में मिलता है। उस योनि में तर्पण करना चाहिए।अगर बछड़ा है तो उसे दूध के रूप में मिलता है। अगर सिंह है तो उसे पशु आहार के रूप में मिलता है।गंधर्व है तो उसे पान के रूप में मिलता है। जिसे हम ऊर्जा का रूपांतरण कहते हैं। ऊर्जा कभी नष्ट नहीं की जा सकती है ऊर्जा का रूप बदलते रहता है।इस प्रकार से हमारा दिया गया हुआ जल उन्हें जो है किसी भी योनि में हो वह योनि में जाकर उसे श्राद्ध तर्पण के रूप में प्राप्त हो जाता है। श्रद्धा श्राद्ध का विषय है, सामर्थ का विषय नहीं है जितना सामर्थ है उतना करें। अगर नहीं है तो मानसिक रूप से भगवान को तर्पण करें लेकिन तर्पण जरूर करें।
इस दौरान मुख्य रूप से एवंत गोलछा,अशोक पवार, अर्जुन पुरी गोस्वामी, सियाराम साहू, एनआर यादव, योगेश्वर साहू, शिरोमणि राव, जेएल देवांगन, विशाल गौरी, विक्रांत शर्मा, शिव प्रसाद साहू, ए आर थिटे, प्यारेलाल साहू, जगजीवन सिंह सिद्धू, अमन गिरी गोस्वामी, अनुराग गुप्ता, डॉ भूपेंद्र सोनी, राजेश साहू, गोविंद गांधी, हेमराज सोनी,राजवंश पवार, कविता बाबर, दिलीप राज सोनी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।