बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न तब दिया गया, जब भाजपा की समर्थन वाली सरकार थी : किरण सिंह देव

बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न तब दिया गया, जब भाजपा की समर्थन वाली सरकार थी : किरण सिंह देव
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा है कि बाबा साहेब की हमेशा सामाजिक और राजनितिक उपेक्षा करने वाले कांग्रेस के नेता आज वोट बैंक की खातिर बाबा साहेब के अपने होने का ढोंग कर रहे हैं। राजनीतिक अजेंडे को साधने के लिए कांग्रेस और उसका ‘टूलकिट गैंग’ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर समाज को बांटने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी विभाजनकारी, द्वेषपूर्ण राजनीति को बल देने और चुनावों में मिल रही हार से हताश कांग्रेस के नेताओं ने लोकतंत्र के मंदिर को भी नहीं छोड़ा और उसको भी अपनी साजिश का केंद्र बना दिया, राहुल गाँधी और उनके नेताओं के द्वारा किया गया ये कृत्य निंदनीय है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर को 1952 के लोकसभा चुनाव और 1954 के चुनाव में हराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। कांग्रेस पार्टी द्वारा विशेष प्रयास कर उनकी हार सुनिश्चित किया गया। कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद अपने आप को भारत रत्न दिया, लेकिन बाबा साहब अंबेडकर को इस सम्मान से भी दूर रखा। बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न तब दिया गया, जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं थी और भारतीय जनता पार्टी के समर्थन वाली सरकार थी।
किरण सिंह देव ने कहा कि राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के पूरे बयान में से एक छोटे ‘एडिटेड वीडियो’ को पेश किया गया, ये साजिश नहीं तो क्या है? कांग्रेस और उसके टूल किट गैंग ने पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयानों के एडिट वीडियों का प्रचार किया, फिर लोकसभा चुनाव में अमित शाह के बयान को एआई का उपयोग कर एडिट किया। चुनावों में मिली हार से कांग्रेस इतनी बौखला गई है कि वो जनता के बीच उन्माद पैदा कर राजनितिक लाभ लेना चाहती है। उन्होंने कहा कि देश के संविधान को समावेशी बनाने में, देश के पिछड़े वर्ग, दलित, आदिवासी और वंचितों को न्याय दिलाने के लिए तथा देश के लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने में बाबा साहब का बहुत बड़ा योगदान है। भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता बाबा साहेब के विचारों और सिद्धांतों का सम्मान करता है।जिन्होंने जीवन भर बाबा साहब का अपमान किया, बाबा साहब के सिद्धांतों को दरकिनार किया, जब तक सत्ता में रहे तब तक बाबा साहब को भारत रत्न नहीं दिया और आरक्षण के सिद्धांतों की धज्जियां उड़ाईं, वो लोग आज बाबा साहब के नाम पर भ्रांति फैलाना चाहते हैं।