भारतीय जनता पार्टी ने स्वीकार किया इस्तीफा, टी राजा सिंह ने कहा अंतिम सांस तक हिंदुत्व के लिए काम करता रहूंगा

भारतीय जनता पार्टी ने स्वीकार किया इस्तीफा, टी राजा सिंह ने कहा अंतिम सांस तक हिंदुत्व के लिए काम करता रहूंगा
हैदराबाद। भारतीय जनता पार्टी द्वारा इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद तेलंगाना के गोशामहल से विधायक टी. राजा सिंह ने कहा कि वे अंतिम सांस तक हिंदुत्व के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मेरा जन्म हिंदुत्व की सेवा के लिए हुआ है और मैं पूरी निष्ठा के साथ हिंदू धर्म की सेवा करता रहूंगा। तेलंगाना के गोशामहल से विधायक टी. राजा सिंह का इस्तीफा भारतीय जनता पार्टी ने स्वीकार कर लिया है। उन्होंने 30 जून 2025 को एन. रामचंदर राव को तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के विरोध में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
इस्तीफा मंजूर होने के बाद उन्होंने कहा कि आज से ठीक 11 साल पहले मैंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी। जनता की सेवा, देश की सेवा और हिंदुत्व की रक्षा के उद्देश्य से मैंने भाजपा से जुडऩे का फैसला लिया था। भाजपा ने मुझ पर विश्वास करते हुए लगातार तीन बार तेलंगाना विधानसभा चुनाव में गोशामहल से विधायक पद का टिकट दिया। इस विश्वास के लिए मैं भाजपा के सभी पदाधिकारियों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा जी द्वारा मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि शायद मैं तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनाने का सपना लेकर दिन-रात मेहनत कर रहे लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं की पीड़ा दिल्ली तक नहीं पहुंचा सका। मैं यह बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह निर्णय मैंने किसी पद, सत्ता या व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि मेरा जन्म हिंदुत्व की सेवा के लिए हुआ है और मैं अंतिम सांस तक हिंदुत्व के लिए कार्य करता रहूंगा। मैं सदैव पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ हिंदुत्व, राष्ट्रवाद और सनातन धर्म की रक्षा हेतु कार्य करता रहूंगा। समाज की सेवा और हिन्दू समाज के अधिकारों के लिए मैं अंतिम सांस तक अपनी आवाज़ बुलंद करता रहूंगा।
इस्तीफा देने की क्या वजह रही?
बता दें कि टी राजा सिंह ने अपने इस्तीफे में पार्टी नेतृत्व पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी और गलत नेतृत्व चयन का आरोप लगाया था। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने को लेकर पार्टी की रणनीति पर असहमति जताई थी हालांकि हिंदुत्व विचारधारा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी जताई थी। अब भारतीय जनता पार्टी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।