मॉरीशस के विकास में एक विश्वसनीय और प्राथमिक साझेदार होना भारत के लिए गर्व की बात : पीएम मोदी

वाराणसी में पीएम मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री की हुई मुलाकात
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के दौरा पर हैं। इस दौरान, उन्होंने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ मुलाकात की। दोनों देशों के नेताओं के बीच द्विपक्षीय वर्ता हुई। काशी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री की मेजबानी करने के बाद पीएम मोदी उत्तराखंड के लिए रवाना होंगे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री गंगा आरती में भी भाग लेंगे और बाबा विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे। यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का एक अवसर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉरीशस के पीएम से मुलाकात के बाद कहा कि मॉरीशस में भारतीय सदियों से बसे हैं। उन्होंने कहा कि काशी में मॉरीशस के दोस्तों का स्वागत है। पीएम मोदी ने कहा, हमारी संस्कृति और संस्कार, सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचे, और वहां की जीवन-धारा में रच-बस गए। काशी में मां गंगा के अविरल प्रवाह की तरह, भारतीय संस्कृति का सतत प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है। और आज, जब हम मॉरीशस के दोस्तों का स्वागत काशी में कर रहे हैं, यह केवल औपचारिक नहीं, बल्कि एक आत्मिक मिलन है। इसलिए मैं गर्व से कहता हूं कि भारत और मॉरीशस सिर्फ़ पार्टनर्स नहीं, बल्कि एक परिवार हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘मॉरीशस के विकास में एक विश्वसनीय और प्राथमिक साझेदार होना भारत के लिए गर्व की बात है। आज हमने मॉरिशस की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक स्पेशल इकॉनमिक पैकेज पर निर्णय लिया है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करेगा, रोज़गार के नए अवसर पैदा करेगा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करेगा। पिछले साल मॉरीशस में यूपीआई और रू पे कार्ड की शुरुआत हुई। अब हम लोकल करंसी में व्यापार को सक्षम करने की दिशा में काम करेंगे।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ऊर्जा सुरक्षा हमारी साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भारत मॉरीशस को उसके ऊर्जा परिवर्तन में सहायता कर रहा है। मॉरीशस को 100 इलेक्ट्रिक बसें प्रदान की जा रही हैं, जिनमें से 10 पहले ही पहुंच चुकी हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में संपन्न व्यापक साझेदारी समझौता इसे और गति प्रदान करेगा। हमने टैमरिंड फॉल्स में 17.5 मेगावाट क्षमता के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट के निर्माण में सहयोग करने का निर्णय लिया है। अब तक 5,000 से ज़्यादा मॉरीशस के नागरिकों को भारत में प्रशिक्षण मिल चुका है। मेरी मार्च यात्रा के दौरान, 500 सिविल सेवकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया था। मुझे बहुत खुशी है कि पहला बैच अभी मसूरी में प्रशिक्षण ले रहा है। आज हमने निर्णय लिया है कि मॉरीशस में एक नया विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निदेशालय स्थापित किया जाएगा, और जल्द ही हम मॉरीशस में मिशन कर्मयोगी के प्रशिक्षण मॉड्यूल भी शुरू करेंगे।