छत्तीसगढ़

ढहाए गए अवैध निर्माण:गोकुलपुर में अवैध निर्माणकर्ताओं पर निगम की सख्ती, निगम की चली जेसीबी, लेंटर गिराया गया, दूसरे का निर्माणाधीन कार्य को भी तोड़ा

उपायुक्त पीसी सार्वा अपनी टीम के साथ स्वयं रहे मौजूद

निगम की नोटिस और समझाईस की अनदेखी पड़ी अवैध निर्माणकर्ता को भारी

अवैध निर्माण पर कार्यवाही नहीं होने से मोहल्लेवासियों में था जन आक्रोश, हज़ारो स्कूली बच्चों का आना जाना भी है इसी रास्ते से, बड़ी कार्यवाही की थी माँग



धमतरी(प्रखर) गोकुलपुर वार्ड में अवैध निर्माण के खिलाफ नगर निगम ने सख्त रुख अपनाते हुए शनिवार को बड़ी कार्यवाही की। स्कूल के सामने बनाए जा रहे दो निर्माणाधीन अवैध कॉम्प्लेक्स और मकानों को निगम की टीम ने जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई निगम आयुक्त के निर्देश पर उपायुक्त पीसी सार्वा की मौजूदगी में की गई।

चेतावनी और नोटिस के बावजूद नहीं रुके निर्माणकर्ता
निगम ने दोनों निर्माणकर्ताओं को काम रोकने और निर्माण की अनुमति दिखाने के आदेश दिए थे और नोटिस भी जारी किया गया था, साथ ही शनिवार को 2 दफ़ा काम रोकने स्पॉट पर भी गई थी, लेकिन उन्होंने चेतावनी को अनदेखा करते हुए निर्माण जारी रखा। निगम ने इसे खुली चुनौती माना और कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया।


दिनभर में तीन बार चेतावनी, फिर भी जारी रही मनमानी
शनिवार सुबह 11 बजे पहली बार निगम ने एक निर्माण स्थल पर काम रोका साथ ही गिट्टी को भी जप्त किया गया, लेकिन शाम 6 बजे और फिर रात 9 बजे अतिरिक्त श्रमिक लगाकर लेंटर का कार्य शुरू कर दिया गया। लगातार चेतावनी और रुकावट के बावजूद निर्माणकर्ताओं ने लेंटर ढालने की कोशिश की। आखिरकार, रात में निगम ने जेसीबी चलाकर निर्माण ध्वस्त कर दिया।

शटर तोड़कर रोकी गई दूसरी साइट पर निर्माण
दूसरी जगह चल रहे निर्माण में भी नियमों की पूरी तरह से अनदेखी की जा रही थी। यहां निर्माणकर्ता शटर लगाकर काम कर रहे थे। जब निगम टीम ने दस्तावेज और अनुमति की मांग की, तो उनके पास कोई वैध कागजात नहीं थे। टीम ने पहले भी निर्माण रोकने का आदेश दिया था, लेकिन अवैध कार्य जारी रहा। इसके बाद शटर तोड़कर निर्माण को ध्वस्त किया गया।

मनमानी पर निगम ने दिखाया सख्त रुख
उपायुक्त पीसी सार्वा ने कहा कि बार-बार चेतावनी के बावजूद निर्माणकर्ताओं की मनमानी न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह निगम की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहा था। इस कार्रवाई का उद्देश्य यह संदेश देना था कि अवैध निर्माणकर्ताओं के खिलाफ किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी और सख्ती से कार्यवाही की जाएगी।



दस्तावेज न होने और अनुमति न लेने पर हुई बड़ी कार्रवाई
दोनों निर्माणकर्ताओं से बार-बार जमीन संबंधित दस्तावेज और निर्माण की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन उनके पास कोई वैध प्रमाण नहीं थे। निगम ने पहले उन्हें काम रोकने और अनुमति लेने का समय दिया था, लेकिन उनकी मनमानी के चलते यह कठोर कदम उठाना पड़ा।

निगम की कार्रवाई से फैला सख्त संदेश
निगम की इस कार्रवाई ने गोकुलपुर वार्ड में यह स्पष्ट कर दिया है कि अवैध निर्माण अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उपायुक्त ने कहा, “नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, चाहे वह दिन हो अन्य समय।

जनता को जागरूक करने की पहल
यह कार्रवाई केवल अवैध निर्माणकर्ताओं को सबक सिखाने के लिए नहीं, बल्कि जनता को नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए की गई। निगम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिना अनुमति कोई निर्माण कार्य शुरू न हो और सभी नियमों का पालन हो।

मोहल्ले वासियो ने की थी शिकायत


अवैध निर्माणकर्ताओं की मनमानी से निगम की साख पर सवाल उठ रहे थे। इस बड़े कदम के जरिए यह सुनिश्चित किया गया है कि निगम की छवि और क्षेत्र की वैधता बनी रहे। गोकुलपुर वार्ड की आम जनता ने निगम की इस कार्रवाई की सराहना की है और इसे नियमों के प्रति कठोरता दिखाने वाला सही कदम बताया है। कार्यवाही के दौरान निगम की टीम और पुलिस प्रशासन भी मौके पर मौजूद रही।

Author Desk

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