छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : सरकारी जमीन की अफरा-तफरी और धान खरीदी पर हंगामा

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : सरकारी जमीन की अफरा-तफरी और धान खरीदी पर हंगामा
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र आज से शुरू हुआ। सदन के पटल पर आज पांच विधेयक रखे जाएंगे। विधानसभा में सबसे पहले कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई। बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आज सत्र में पांच विधेयक पेश किए जाएंगे। द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। दिसंबर का सत्र ऐतिहासिक सत्र के रूप में माना जाएगा। 24 साल की यात्रा अब 2025 वर्ष में प्रवेश कर रही है। रजत जयंती वर्ष की शुरुआत की पहली बैठक थी। वहीँ शून्यकाल के दौरान विपक्ष ने प्रदेश में धान खरीदी का मुद्दा उठाया। विपक्ष की मांग पर सत्ता पक्ष ने आपत्ति जताई। इसके साथ ही विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने हंगामे को शांत कराया।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि रजत जयंती वर्ष में साल भर विविध कार्यक्रम होंगे। शुक्रवार, शनिवार को छात्रों के अवलोकन के विधानसभा को खोला जाएगा। अगला शीतकालीन सत्र नए विधानसभा में होगा। वहीं बजट सत्र में राष्ट्रपति को बुलाने की तैयारी है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पहले दिन प्रश्नकाल के दौरान सरकारी जमीन की अफरा-तफरी का मुद्दा सदस्यों ने उठाया। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने शिकायतों की जांच कलेक्टर से कराने की आश्वासन दिया। प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने बिलासपुर जिले में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जिले के कई जगहों पर भूमि पर अवैध कब्जा हुआ है। इस पर राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने बताया कि 2021 से 2024 सरकारी भूमि पर कब्जे की 563 शिकायतें प्राप्त हुई।
इस पर सदस्य ने सवाल किया कि कितने अफसरों पर कार्यवाही हुई। मंत्री ने कहा कि अभी पट्टा वितरण नहीं हुआ है। पिछली सरकार में गलत ढंग से गलत पट्टा बंटा हो तो उसकी जांच कराएंगे। विधायक धरमजीत सिंह ने कहा कि सरकारी जमीन की अफरा-तफरी हुई है। इस पर राजस्व मंत्री टंक राम ने कहा कि शिकायतों की जांच कलेक्टर से कराएंगे।
दिवंगत राज्यसभा सदस्य गोपाल व्यास और पूर्व सदस्य नंदराम सोरी को श्रद्धांजलि
शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही दिवंगत राज्यसभा सदस्य गोपाल व्यास और अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व सदस्य नंदराम सोरी को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह ने सदन में दोनों दिवंगतों के निधन का उल्लेख किया। इसके साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने सदन में श्रद्धांजलि दी। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने दिवंगत गोपाल व्यास को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जाना हम सबके लिए अपूर्णीय क्षति है। उनका जीवन सभी कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणादायक रहेगा।