परीक्षा पे चर्चा : पीएम मोदी ने छात्रों को दिया सफलता का मंत्र कहा जो विषय डराए पहले उससे निपटें

परीक्षा पे चर्चा : पीएम मोदी ने छात्रों को दिया सफलता का मंत्र कहा जो विषय डराए पहले उससे निपटें
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा के तनाव को कम करने के उपायों पर चर्चा की। यह कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के भारत मंडपम में सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। यह पीपीसी का आठवां संस्करण है और इस साल इसमें विशेष रूप से परीक्षा से संबंधित तनाव को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। प्रधानमंत्री मोदी से सीधे बातचीत करने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्य/केंद्र शासित प्रदेश बोर्ड सरकारी स्कूलों, केंद्रीय विद्यालय, सैनिक स्कूलों, एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों, सीबीएसई और नवोदय विद्यालयों से 36 छात्रों का चयन किया गया है।
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को खाने-पीने के बारे में अहम टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि बच्चों को अपने भोजन को अच्छी तरह से चबाकर खाना चाहिए, कम से कम 32 बार। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों को कौन से खाद्य पदार्थ खाना चाहिए और किनसे बचना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कब और क्या खाना उचित है।
प्रधानमंत्री मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में परीक्षा के दौरान स्ट्रेस और रिजल्ट के बारे में बात की। उन्होंने बच्चों से पूछा कि वे इससे कैसे निपटते हैं। पीएम मोदी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान केरल की एक स्टूडेंट की हिंदी से काफी प्रभावित हुए। परीक्षा से पहले स्ट्रेस के सवाल पर पीएम मोदी ने पूछा कि यह मुसीबत शुरू कहां से होती है। तनाव और डिप्रेशन होने के लक्षण नजर आने लगते हैं। अपने मन की दुविधाओं को लोगों के साथ बांटना सीखें। इससे मन शांत रहता है, साथ ही घर के किसी भी सदस्य से बात करें।
बिहार के छात्र ने पूछा- लीडरशिप क्या है?
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान बिहार के एक छात्र ने पीएम मोदी से लीडरशिप से जुड़ा सवाल पूछा, जिस पर पीएम मोदी ने मजाकिया लहजे में कहा कि बिहार का छात्र हो और राजनीति से जुड़ा सवाल न हो, यह हो ही नहीं सकता। पीएम मोदी ने बताया आपके विश्वास से लीडरशिप को बल मिलता है। एक छात्र के सवालों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर बच्चे में कुछ न कुछ खासियत जरूर होती है। कोई पढ़ाई में अच्छा होता है तो किसी की और चीज में अच्छा होता है। साथ ही पीएम मोदी ने उस छात्र से उसकी खासियत के बारे में भी चर्चा की।
गलतियों से सीखें
पीएम मोदी ने कहा कि कक्षा 10 और 12 के लगभग 40-50 प्रतिशत छात्र असफल होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यही उनका अंतिम लक्ष्य है। स्कूल में या जीवन में सफलता और असफलता के बीच अंतर को समझना जरूरी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि क्रिकेट खिलाड़ी दिन के अंत में अपनी गलतियों पर विचार करते हैं और उन पर काम करते हैं, छात्रों को भी यही करना चाहिए। उनके अनुसार, आपके अंक आपको नहीं, बल्कि आपके जीवन को दिखाते हैं।
खेल और अनुशासन, मानसिक स्वास्थ्य, पोषण, प्रौद्योगिकी एवं वित्त, रचनात्मकता और सकारात्मकता,माइंडफुलनेस और मानसिक शांति, सफलता की कहानियां इन विषयों पर होंगे आठ एपिसोड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम की शुरुआत 2018 में की थी। इस कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी छात्रों, उनके माता-पिता और शिक्षकों से सीधे संवाद करते हैं। यह एक इंटरैक्टिव सत्र होता है, जिसमें प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री से अपने सवाल पूछने का मौका मिलता है। इसका उद्देश्य परीक्षा के तनाव को कम करना और विद्यार्थियों को सही दिशा में मार्गदर्शन देना है।