शहर को जलभराव से मिलेगी राहत,महापौर रामू रोहरा व आयुक्त प्रिया गोयल ने संभाली कमान
बरसात से पहले जल निकासी व्यवस्था दुरुस्त,25 सोक पिट निर्माण से समस्या होगी समाप्त



धमतरी(प्रखर) शहरवासियों को हर साल बरसात के मौसम में जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब इस परेशानी से राहत मिलने वाली है। नगर निगम महापौर रामू रोहरा और आयुक्त प्रिया गोयल ने खुद मोर्चा संभालते हुए शहर का निरीक्षण किया और जलभराव के प्रमुख स्थानों को चिन्हित कर उनके स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए।
नगर निगम की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत 25 स्थानों पर आधुनिक सोक पिट (रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम) बनाए जा रहे हैं, जिससे बारिश का पानी आसानी से जमीन में समा जाएगा और जलभराव की समस्या का समाधान हो सकेगा। महापौर और आयुक्त की सक्रियता और दूरदर्शी सोच से यह परियोजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है और बारिश से पहले इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
*समाधान की दिशा में बड़ा कदम*
महापौर व आयुक्त ने सुबह-सुबह शहर का दौरा कर उन इलाकों का निरीक्षण किया, जहां हर साल बारिश में पानी भर जाता है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सोक पिट निर्माण कार्य को प्राथमिकता दी जाए और इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इस परियोजना से शहर के मुख्य 4 जलभराव क्षेत्रों में स्थायी समाधान मिलेगा और सड़कों पर जलजमाव की समस्या खत्म होगी।
महापौर रोहरा ने कहा, “हमारा लक्ष्य शहरवासियों को जलभराव से राहत देना है। यह प्रोजेक्ट पूरा होते ही लोगों को इसका लाभ दिखने लगेगा।” वहीं, आयुक्त प्रिया गोयल ने कहा, “जलभराव से निपटने के लिए वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग किया जा रहा है। हर साल होने वाली परेशानी को स्थायी रूप से हल करने के लिए नगर निगम पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
*रेन वाटर हार्वेस्टिंग: भविष्य की तैयारी*
नगर निगम की यह योजना पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से भी बेहद अहम है। इस परियोजना के तहत वर्षा जल को नालियों में बर्बाद होने से रोककर उसे भूमिगत जल स्तर बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाएगा। इससे न केवल जलभराव से राहत मिलेगी बल्कि शहर में जल संकट की समस्या का भी समाधान होगा।
*शहरवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरता प्रशासन*
महापौर व आयुक्त शहर विकास के लिए लगातार काम कर रहे है। स्वच्छता अभियान से लेकर जलभराव की समस्या तक, हर मोर्चे पर नगर निगम पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है। शहरवासियों को उम्मीद है कि इस योजना से बारिश के दौरान उनकी मुश्किलें कम होंगी और उन्हें स्वच्छ, सुंदर और जलभराव मुक्त शहर मिलेगा।