रात में मुख्य मार्ग के दो मंदिरों में फिर हुई चोरी

मंदिरों की दान पेटी को टारगेट बना रहे हैं चोर
धमतरी(प्रखर) इन दिनों चोर मंदिरों के दान पेटी को टारगेट बना रहे हैं। बड़ी बात तो यह की सीसी कैमरे में कैद होने के बावजूद उनके हौसले बुलंद हैं।शायद पहले चोरी का आरोपी यदि पकड़ में आ गया होता तो आगे की चोरियां नहीं होती। 20 – 21 जून की दरमियानी रात शहर के मुख्य मार्ग से लगे हुए दो मंदिरों में फिर चोरी हुई है।
मंदिरों के दान पेटी में रखे रुपयों पर अब चोरों की नजर गड़ गई है। शायद यही वजह है कि कुछ दिनों में लगातार धमतरी सहित अन्य जगहों में दान पेटियों को टारगेट बना रहे हैं। 15 दिन के अंदर 5- 6 मंदिरों में चोरी हो चुकी है। जिसके आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर हैं।
यहां हुई है चोरी
20-21 जून की दरमियानी रात शहर के मुख्य मार्ग के किनारे बस स्टैंड के काली मंदिर और गुजराती कॉलोनी मोड़ के पहले सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के दान पेटी से रुपया गायब कर दिया। बस स्टैंड काली मंदिर के पुजारी सुरेश महाराज ने बताया कि रात को मंदिर बंद कर चले गए थे। सुबह जब पहुंचे तो देखा मंदिर पर का ताला टूटा हुआ था। अंदर एक और पट है उसका भी ताला टूटा हुआ था। जब देखा तो दान पेटी से रुपया गायब था। बड़ी बात तो यह है कि चोर मंदिर के अंदर ही बैठकर दान पेटी को तोड़कर रुपया ले गए। इसी तरह गुजराती कॉलोनी मोड़ के पास स्थित सिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर में भी चोरी हुई है।यहां सीसी कैमरा लगा हुआ है जिसमें परछाई दिख रही है। यहां गेट का कोई ताला नहीं तोड़ा गया है। मंदिर के साइड में जो ग्रिल लगा हुआ है वहां से दान पेटी को किनारे तक खींचा गया और दान पेटी का कुंडा को तोड़कर उसमें रखे रुपए को ले गया। पुजारी हर्ष तिवारी ने बताया कि सुबह जब 6:00 बजे पहुंचे तो दान पेटी टूटा हुआ था। इसमें लगभग 4 से 5 हजार रुपए थे।सीसी कैमरे में जो दिखाई दे रहे हैं उस हिसाब से घटना रात 12:40 बजे की घटना है। इसकी सूचना थाना कोतवाली को दे दी गई है। ज्ञात हो कि पहली घटना 5- 6 जून की दरमियानी रात रिसाईपारा स्थित नागेश्वर मंदिर में हुई। सुबह जब मंदिर के पुजारी पहुंचे तो देखा दान पेटी गायब था। सामने का दरवाजा तोड़कर अंदर से दान पेटी को ले गए थे। सीसी कैमरे को देखने पर दो कैमरा को ढक दिया गया था और एक कैमरा में एक युवक कैद हुआ। पीछे देखने पर दान पेटी पड़ा हुआ था। जिसमें सारी रकम गायब थी। इसमें लगभग 1 लाख से अधिक रकम की आशंका जताई गई। इसके कुछ दिनों बाद ही कुरूद के काली मंदिर में भी चोरी हुई। वहां भी दान पेटी को टारगेट बनाया गया। अब देखना होगा कि पुलिस दान पेटियों को टारगेट बनाने वाले गिरोह या चोर को पकड़ने में कब कामयाब होती है। शहर के मुख्य मार्ग में स्थित मंदिर के चोरी होना पेट्रोलिंग पर सवाल खड़े करता है।