शराब घोटाले मामले में कवासी लखमा और हरीश पहुंचे ईडी दफ्तर, ईडी अफसरों ने लगाई सवालों की झड़ी

शराब घोटाले मामले में कवासी लखमा और हरीश पहुंचे ईडी दफ्तर, ईडी अफसरों ने लगाई सवालों की झड़ी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल में कथित 2000 करोड़ से अधिक के शराब घोटाले में ईडी ने बड़ा एक्शन लिया। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा उनके बेटे हरीश कवासी और करीबियों पर दबिश के बाद शुक्रवार को ईडी ने दोनों को तलब किया। ईडी की पूछताछ के पूर्व शराब घोटाले को लेकर कवासी लखमा का बयान सामने आया है। लखमा ने कहा कि मैं राजनीतिक परिवार से नहीं हूं, बहुत गरीब परिवार से हूं। मैंने जगदलपुर में 2009 में 2 एकड़ जमीन ली थी। उसके अलावा मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है। मैं वार्ड मेंबर और सरपंच तक नहीं था तब जमीन ली थी। लखमा ने कहा उन्होंने टोरा, महुआ, इमली का धंधा कर जमीन ली थी। 1998 में सुकमा से टिकट मिली और मैं जीता। विधानसभा में गरीबों के लिए आवाज उठाई। इसलिए सरकार अब मुझे परेशान कर रही है। लखमा ने कहा जो भी न्यायपालिका बोलेगी मैं उसमें पूरा साथ दूंगा।
कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी भी ईडी दफ्तर पहुंचे। ईडी ने शराब घोटाला मामले में कवासी हरीश को तलब किया। पूछताछ को लेकर कवासी हरीश ने कहा कि मेरे पास से कुछ नहीं मिला, सभी को पता है छापा क्यों पड़ा। हरीश कवासी ने कहा वे बाद में अपनी बात कहेंगे।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने सोशल मीडिया पर कार्रवाई के सम्बन्ध में पोस्ट में बताया था कि कवासी लखमा द्वारा नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाने में सक्षम हो गया है। इसके अलावा, तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड हैं।
कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश : डहरिया
पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कवासी लखमा पर ईडी की कार्रवाई को लेकर बयान दिया है। डहरिया ने कहा कि ईडी ने नगर पंचायत और निकाय चुनाव के बीच में कार्रवाई की है। कवासी लखमा बस्तर संभाग में जाना माना चेहरा है। जानबूझकर कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। लखमा एक सच्चा आदिवासी और ईमानदार नेता है। डहरिया ने कहा कार्रवाई में कवासी लखमा निर्दोष साबित होंगे।