आतंकवादियों की कोशिश थी भारत में सांप्रदायिक तनाव भडक़ जाए, उनकी योजना विफल हो गई : थरूर

आतंकवादियों की कोशिश थी भारत में सांप्रदायिक तनाव भडक़ जाए, उनकी योजना विफल हो गई : थरूर
जॉर्जटाउन। पाकिस्तान और इसके आतंकवादी गठजोड़ की पोल खोलने के लिए कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल गुयाना की यात्रा पर है। गुयाना के जॉर्जटाउन में मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि आतंकवादियों की ओर से कोशिश की गई थी कि भारत में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच सांप्रदायिक तनाव भडक़ जाए। हालांकि, उनकी ये योजना बुरी तरह से विफल हो गई। भारत में सभी समुदाय एकजुट हो गए। सैन्य संघर्ष के दौरान भारत सरकार और भारतीय सेना ने जो ब्रीफिंग दी, उसमें दो महिला अधिकारी थीं और उनमें से एक मुस्लिम थी। इससे यह स्पष्ट संदेश गया कि ये पूरा मामला हिंदू-मुस्लिम के बारे में नहीं है, यह आतंकवाद के बारे में है। शशि थरूर ने कहा है कि अगर वे हम पर फिर से हमला करेंगे, तो हम इसका बदला और भी खतरनाक तरीके से लेंगे।
गुयाना के जॉर्जटाउन में मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि हम गुयाना में ये संदेश देने आए थे कि भारत पर आतंकवादी हमलों के कारण हमें किस तरह के अनुभव से गुजरना पड़ रहा है। थरूर ने बताया कि गुयाना में हमने जिन लोगों से बात की, उनसे हमें पूरा समर्थन मिला। थरूर ने कहा कि हम ये नहीं मानते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सिर्फ हमारी है। यह एक ऐसी लड़ाई है जिसमें पूरी दुनिया शामिल है। थरूर ने कहा है कि गुयाना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। यह सुरक्षा परिषद का सदस्य है। हम उम्मीद करते हैं कि गुयाना उन मित्रों में से होगा जो हमारे पक्ष में बोलेंगे।
हम और भी खतरनाक जवाब देंगे- थरूर
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पाकिस्तान को सीधे तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि हम शांति में हैं और हम शांति में ही बने रहना चाहते हैं। यह एक कड़ा संदेश है, लेकिन हम शांति में मजबूती के साथ बने रहना चाहते हैं, डर के कारण नहीं। हमें इस बात का कोई डर नहीं है कि ये हम पर फिर से हमला करेंगे। अगर वे ऐसा करते हैं तो हम इसका और भी खतरनाक जवाब देंगे। शशि थरूर ने कहा कि भारत का प्रत्येक हमला जवाबी कार्रवाई थी। हर कार्रवाई पाकिस्तान के जवाब में थी। जब कई सरकारों ने हमें बुलाकर चिंता व्यक्त की तो हमले यही कहा कि हम युद्ध में कोई रूचि नहीं रखते हैं। अगर पाकिस्तान रुक जाता है को हमारे पास जवाबी कार्रवाई करने का कोई कारण नहीं होगा। इसके बाद 10 मई की सुबह पाकिस्तान की ओर से हमारे डीजीएमओ से संपर्क किया गया।
अमेरिका दौरे पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री
विदेश सचिव विक्रम मिस्री मंगलवार से अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे। वॉशिंगटन में विक्रम मिस्री अमेरिकी प्रशासन के सीनियर अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। विक्रम मिस्री का ये दौरा इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के फॉलो-अप के तौर पर है, लेकिन माना जा रहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हो रहे इस दौरे पर मिस्री इस पूरे ऑपरेशन पर भारत का रुख रख सकते हैं। मिस्री के इस दौरे में मिलिट्री पार्टनरशिप, टेक्नोलॉजी और कॉमर्स को लेकर बात होगी। विदेश सचिव विक्रम मिसरी आज यानी 27 से 29 मई को वाशिंगटन डीसी का दौरा करेंगे और अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। एक बयान में बताया गया, “यह दौरा फरवरी में प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के बाद हो रहा है। फरवरी में दोनों पक्षों ने 21वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका कॉम्पैक्ट (सैन्य साझेदारी, तीव्र व्यापार और प्रौद्योगिकी के लिए अवसरों को बढ़ावा देना) शुरू किया था।
पाकिस्तान, ऑफिशियल भीखमंगे : असदुद्दीन ओवैसी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को जमकर लताड़ा है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। ओवैसी ने इस्लामाबाद पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और भारत में सीमा पार से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए तीखा हमला बोला है। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच, जब आईएमएफ ने पाकिस्तान को बेलआउट पैकेज दिया, तो ओवैसी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ये (पाकिस्तान) ऑफिशियल भीखमंगे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “उन्होंने आईएमएफ से 1 अरब डॉलर का कर्ज लिया है। आईएमएफ इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड नहीं है; वे पाकिस्तान को इंटरनेशनल मिलिटेंट फंड दे रहे हैं। अमेरिका जर्मनी और जापान इसके लिए कैसे सहमत हुए?” उन्होंने आगे कहा, “नेतृत्व को भूल जाइए; वे (पाकिस्तान) यह भी नहीं जानते कि अर्थव्यवस्था कैसे चलानी है। आप लोग वहां बैठे हैं और हमें बता रहे हैं कि इस्लाम क्या है, लेकिन आपके पास यहां शांति को बिगाडऩे, हिंदुओं और मुसलमानों के बीच संघर्ष पैदा करने के लिए केवल गलत नीतियां हैं।”
पाकिस्तान पर ओवैसी का हमला यहीं नहीं रुका, उन्होंने पाकिस्तान सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर पर निशाना साधा, जिन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक तस्वीर भेंट की थी, जो कथित चीनी सैन्य अभ्यास जैसी दिखती थी। ओवैसी ने कहा, “ये बेवकूफ जोकर्स भारत से मुकाबला करना चाहते हैं; उन्होंने 2019 के चीनी सेना अभ्यास की तस्वीर दी थी, जिसमें इसे भारत पर जीत बताया गया था।” उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान यही सब करता है… नकल करने के लिए अक्ल चाहिए… इनके पास अक्ल भी नहीं है।