कई पीए तो अपने विधायक को निपटाने में लगे रहते हैं, उनका भला चाहते हैं तो कार्यक्रम अच्छा बनाएं : रमन सिंह

विधानसभा में प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्पीकर रमन सिंह का उद्बोधन
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज मंत्रियों एवं विधायकों के सचिव और निज सहायकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। शाम 5:30 तक सचिव और निज सहायकों का प्रशिक्षण होगा। कार्यक्रम का उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने किया। कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत और संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप विशेष रूप से शामिल हुए। विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और संसदीय कार्यमंत्री का उद्बोधन हुआ। विधानसभा की कार्यप्रणाली पर विधानसभा के सचिव जानकारी देंगे। बता दें कि बजट, प्रश्न, विधेयक, सुरक्षा के साथ अन्य विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
प्रशिक्षण के दौरान स्पीकर डॉ. रमन सिंह का संबोधन हुआ। रमन सिंह ने कहा जो विधायक पहली बार में ही 11 बजे तक सोता है याद रखें कि वह अगली बार ज्यादा सोएगा। जो विधायक, पीए, पीएस ढाबे में बैठकर चर्चा करते हैं, वे बचें। नहीं तो ढाबे की चर्चा पूरे प्रदेश में फैल जाएगी। मंत्री और विधायक को अलार्म करने का दायित्व आपका है। मंत्री विधायक के सोशल मीडिया का ध्यान रखना जरूरी है। एक तरह से सरकार की छवि बनाने का काम पीए, पीएस करते हैं। ई-ऑफिस की जानकारी लेकर इसमें काम करना शुरू करें। रमन सिंह ने आगे कहा कि कई पीए तो अपने विधायक को निपटाने में लगे रहते हैं। अपने विधायक का भला चाहते हैं तो कार्यक्रम अच्छा बनाएं। जहां लंबे समय से विधायक नहीं गए वहां का कार्यक्रम बनाएं। जहां ज्यादा माला पहनाते हैं विधायक वहीं जाना पसंद करते हैं। लेकिन जहां कम माला पहनाते हैं जीत हार की चाबी वहीं होती है।
डॉ रमन सिंह ने कहा कि ईमानदार होना ही नहीं ईमानदार दिखना भी चाहिए। योजनाओं का अध्ययन भी होना चाहिए, हर वर्ग के लिए जो योजनाएं हैं उसका लाभ दिलाएं। पीए और पीएस की बहुत बड़ी जवाबदारी होती है। इतनी अधिक जवाबदेही होती है पीए, पीएस मंत्री बन जाते हैं।
उन्होंने कहा प्रशिक्षण सतत प्रक्रिया है, पहले मंत्रियों का प्रशिक्षण हुआ। दूसरे चरण में सभी विधायकों का प्रशिक्षण हुआ। तीसरे चरण में पीए, पीएस का प्रशिक्षण हो रहा है। प्रशिक्षण से हम बहुत कुछ सीखते हैं, इसलिए जरूरी है। उन्होंने कहा मंच के पीछे आपको सारी भूमिका निभानी पड़ती है। आपका परफॉर्मेंस अच्छा होगा तो मंत्री विधायक सफल होंगे। मैंने कई मंत्रियों विधायकों को कई बार जीतते देखा। पीए, पीएस की छवि बेहतर रही इसलिए भी वे जीते। 11 साल बाद ऐसा प्रशिक्षण हो रहा है। सेवा, संवेदना और समाधान की दिशा में काम करना होगा। पीए और पीएस की भूमिका में दो विषय बहुत अहम है। सरकार की योजनाओं की जानकारी कंठस्थ होना चाहिए। सरकार की फ्लैगशिप स्कीम की जानकारी होनी चाहिए। जानकारी ही नहीं इसके प्रोफार्मा भी उपलब्ध हों, उन्होंने कहा आप प्रक्रिया नहीं जानेंगे तो काम नहीं हो पाएगा।