इलाज में लापरवाही से गर्भवती व नवजात की मौत मामले में हटाई गई प्रभारी डॉक्टर, सीएमएचओ ने दिया आदेश

रायपुर। इलाज में लापरवाही और देरी की वजह गर्भवती व नवजात की मौत मामले में जिला स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। अस्पताल प्रभारी डॉक्टर नेहा अग्रवाल को पद से हटा दिया गया है। बता दें कि राजधानी स्थित गुढ़ियारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज में लापरवाही और देरी की वजह गर्भवती व नवजात की मौत हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि जच्चा-बच्चा मौत के मामले में जांच टीम बिठाई गई थी, जिसमें अस्पताल की लापरवाही सामने आई है। इमरजेंसी में आपरेशन के लिए 108 और 102 एंबुलेंस तक नहीं पहुंची। गंभीर हालत में गर्भवती को स्वजन आटो में बिठाकर ले गए थे।
बताया गया कि गुढ़ियारी निवासी राधा निर्मलकर नौ जून को दोपहर करीब 12 बजे प्रसव दर्द से तड़पती हुई गुढ़ियारी अस्पताल पहुंची थी। यहां पीड़िता की हालत खराब होती गई व सांस लेने में दिक्कत आने लगी। चिकित्सकों ने बताया कि उसे तुंरत आपरेशन की आवश्यकता थी, लेकिन अस्पताल में एनेस्थेटिस्ट समेत चिकित्सकीय टीम ना होने व व्यवस्था ना होने की वजह से रेफर किया जाना था। एंबुलेंस नहीं आने और स्थिति को बिगड़ते देख स्वजन मरीज को मजबूरी में आटो में भरकर निजी अस्पताल ले गए। जबकि अस्पताल से ही मरीज को हायर सेंटर आंबेडकर अस्पताल या जिला अस्पताल रेफर किया जाना था। देरी की वजह से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। स्वजनाें ने जमकर हंगामा किया।