ना एंबुलेंस मिली, ना सरकारी सुविधा, गर्भवती महिला के शव को लादकर 8 किमी चले परिजन

ना एंबुलेंस मिली, ना सरकारी सुविधा, गर्भवती महिला के शव को लादकर 8 किमी चले परिजन
भुवनेश्वर। ओडिशा के कंधमाल जिले से एक दिल दहला देने वाली और बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे सिस्टम की पोल खोल दी है। कहा जाता है कि आज के समय में अस्पतालों में सभी सुविधाएं मौजूद हैं, हर गांव और शहर में एंबुलेंस की सुविधा 24 घंटे मिलती है। हालांकि, कंधमाल की यह घटना एक बार फिर यह साबित कर दी है कि जमीनी हकीकत अब भी बहुत अलग है। यह घटना कंधमाल जिले के दारिंगबाड़ी इलाके की है, जहां एक गर्भवती महिला की मौत के बाद उसके शव को अस्पताल से घर तक कंधे पर उठाकर लाया गया। महिला का नाम सुनीमा प्रधान बताया जा रहा है, जो काजुरी पादेरी गांव के सुरेंद्र प्रधान की पत्नी थीं। सुनीमा गर्भवती थीं और तबीयत खराब होने के बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।
मौत के बाद जब परिवार ने महिला के शव को घर ले जाने के लिए वाहन की मांग की, तो न तो उन्हें कोई एंबुलेंस मिली और न ही कोई और सरकारी सुविधा। मजबूरन, परिवार और रिश्तेदारों को मिलकर सुनीमा के शव को करीब 8 किलोमीटर तक कंधे पर उठाकर गांव लाना पड़ा।