महिला के शव को बाहर निकाल कहीं और दफनाने की मांग, धर्मांतरण के बाद अजीबोगरीब मामला

महिला के शव को बाहर निकाल कहीं और दफनाने की मांग, धर्मांतरण के बाद अजीबोगरीब मामला
इस बड़ी वजह से दी ये चेतावनी
कांकेर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा धर्मांतरण का मुद्दा गर्माया हुआ था। यह मुद्दा अभी भी गरम है। प्रदेश के कांकेर जिले के पंखाजूर मरोड़ा गांव में एक महिला की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया।
ग्रामीणों ने महिला के शव को गांव में दफनाने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन को सूचना दी और महिला के शव को गांव से दूर कहीं दफनाने की बात मांग की है। हालांकि मृतका के परिजनों ने उसका शव पहले ही चोरी-छिपे गांव में ही दफना दिया है। इस पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
जानकारी के अनुसार ताजा मामला पखांजूर के मरोड़ा गांव का है। जहां ग्रामीणों ने एक महिला के शव को दफनाने से ही इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि 20 साल पहले कोरिया बाई मंडावी ने ईसाई धर्म अपना लिया था। 7 मई को उसकी मृत्यु हो गई। परिवार वालों ने उसका शव चोरी-पिछे सड़क किनारे दफना दिया।
जानकारी लगने के बाद आदिवासी समाज ने इसका विरोध जताया। वहीं ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को भी दी। धर्म परिवर्तन करने वाली महिला के शव को चोरी-छिपे सड़क किनारे दफनाने का विरोध ग्रामीणों ने जताया। इसको लेकर ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन को भी इसकी सूचना दी।
इसके साथ ही ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि वे महिला के शव को दूसरी जगह कहीं ले जाकर दफनाएं। यह मांग पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन और चक्का जाम करने की चेतावनी दी है।