
कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने कहा कि नवनिर्मित संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों ना करवाने के विरोध स्वरूप उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ जल सत्याग्रह किया। उन्होंने मोदी सरकार सिर्फ चुनाव जीतने ओर वोट का लाभ लेने के लिए राष्ट्पति पद पर sc/st समुदाय का चयन किया है। नए संसद भवन की आधारशिला के समय भी उस समय के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को निमंत्रण नहीं दिया गया। अब नए संसद भवन का उद्धघाटन हो रहा है तो वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं किया गया। संसद भारतीय गणतन्त्र का सर्वोच्य सदन है और राष्ट्रपति सर्वोच्य संवैधानिक पद होता है, इसलिए नवनिर्मित संसद भवन का उद्धघाटन महामहिम के हाथों करवाना चाहिए ऐसा न कर केंद्र में बैठी नरेंद्र मोदी की सरकार का sc/st विरोधी चेहरा उजागर हुआ है।