माँ दंतेश्वरी से नक्सलवाद के खात्मे का अमित शाह ने माँगा आशीर्वाद

बस्तर पंडुम के समापन समारोह में शामिल हुए केंद्रीय गृहमंत्री
रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। आज सुबह राजधानी रायपुर से दंतेवाड़ा पहुंचे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी उनके साथ बस्तर पहुंचे। नवरात्र के महा अष्टमी के पावन अवसर पर अमित शाह ने दंतेवाड़ा में माता दंतेश्वरी के दर्शन किये। मंदिर दर्शन के बाद बस्तर पंडुम के समापन समारोह में शामिल हुए। अमित शाह ने यहाँ बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की। गृहमंत्री शाह ने बस्तर में जवानों से भी मुलाकात की। शाह आज शाम जगदलपुर से रायपुर आएंगे। राजधानी के एक निजी होटल में बड़ी प्रशासनिक बैठक करेंगे। बैट्ख में मुख्य रूप से बस्तर में आगामी दिनों में नक्सल मोर्चे पर लड़ाई को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। इसके बाद शाह रात को रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
बस्तर पंडुम समापन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा, प्रदेश के दोनों आदिवासी मंत्री बस्तर के केदार कश्यप और सरगुजा के राम विचार नेताम, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और जगदलपुर के विधायक किरण देव सहित स्थानीय भाजपा नेता शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पहुंचने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आत्मीय स्वागत किया। साथ ही स्वागत में उपमुख्यमंत्री अरुण साव, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक अनुज शर्मा ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।
क्या है बस्तर पंडुम
बस्तर पंडुम बस्तर संभाग के सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा कार्यक्रम है। बस्तर के विरासत को बहुत ही कलात्मक ढंग से दिखाने का प्रयास इसमें किया गया है। बस्तर पंडुम गोंडी शब्द है जिसका अर्थ है बस्तर का उत्सव। प्रतीक चिन्ह में बस्तर की जीवनरेखा इंद्रावती नदी, चित्रकूट जलप्रपात, छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु वनभैंसा, राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना, बायसन हॉर्न मुकुट, तुरही, ढोल, सल्फी और ताड़ी के पेड़ को शामिल गया है। इस प्रतीक चिन्ह के माध्यम से सरल, सहज और उम्मीदों से भरे अद्वितीय बस्तर को आसानी से जाना और समझा जा सकता है।