छत्तीसगढ़

एक देश एक चुनाव विषय पर विचार संगोष्ठी का आयोजन

एक देश एक चुनाव पर देश में बने सर्व सम्मति – रूपकुमारी चौधरी

एक देश एक चुनाव देश से आर्थिक, प्रशासनिक, विकासात्मक लक्ष्यों को गति मिलेगी – अजय चंद्राकर

धमतरी से उठी चिंगारी राष्ट्र में राजनीतिक सुधार की अलख जगाएगी – एल पी गोस्वामी

विपक्ष राजनैतिक सुधार के प्रयासों में अवरोध उत्पन्न न करे – डॉ अनंत दीक्षित

चुनाव साथ होंगे तो राष्ट्रहित के मुद्दों को महत्व मिलेगा – अभिषेक पांडे


धमतरी (प्रखर) जिला अधिवक्ता संघ धमतरी द्वारा एक देश एक चुनाव विषय पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में प्रबुद्धजनों ने भाग लिया। बाबू छोटे लाल श्रीवास्तव स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महासमुंद लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने अधिवक्ता संघ के इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि संघ के द्वारा जिस विषय को गोष्ठी हेतु चुना गया है वो ऐसा विषय है जो आने वाले समय में राष्ट्र का भविष्य तय करेगा। वर्तमान समय में देश का बहुत सारा वक्त, संसाधन और ऊर्जा केवल चुनाव कराने में नष्ट होती है। इसके चलते विकास कार्य अवरुद्ध होता है। इसे लेकर आम राय बनाने में बुद्धिजीवी वर्ग बड़ी भूमिका निभा सकता है। सरकार केवल संसद में बहुमत के आधार पर इस कानून को नहीं लाना चाहती हम चाहते हैं कि इस विषय पर सर्वसम्मति बने क्योंकि ये राष्ट्र निर्माण से जुड़ा हुआ विषय है। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री एवं कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच से प्रेरित “एक देश एक चुनाव” केवल एक चुनावी सुधार नहीं है बल्कि यह भारत के लोकतंत्र को सशक्त और सुव्यवस्थित बनाने वाला क्रांतिकारी कदम है। यह न केवल समय और संसाधनों की बचत करेगा अपितु देश के आर्थिक, प्रशासनिक और विकासात्मक लक्ष्यों को गति देने की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा। वरिष्ठ अधिवक्ता एल पी गोस्वामी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि अधिवक्ता संघ ने ये बीड़ा उठाया। धमतरी से उठी यह चिंगारी राष्ट्र में राजनीतिक सुधार की अलख जगाएगी। इससे देश को लाखों करोड़ के अपव्यय से बचाया जा सकेगा। चुनाव में बड़े पैमाने में होने वाले अवैध अनैतिक हथकंडों से निजात मिलेगी। यह प्रयास कोई नया नहीं है 90 के दशक से इस पर बहस होती आई है परन्तु अब ऐसा लगता है कि देश का जनमानस इसकी आवश्यकता को समझने लगा है और जल्द ही राजनैतिक सुधारों का युग आने वाला है। सेवानिवृत प्राचार्य डॉ अनंत दीक्षित ने इस विषय पर अपने समालोचनात्मक उद्बोधन में वर्तमान में देश के राजनीतिक परिदृश्य को देश के विकास के लिए घातक बताया और एक देश एक चुनाव को लागू करना देश हित में जरूरी बताया। साथ ही उन्होंने आशंका भी व्यक्त की कि देश का विपक्ष केवल विरोध करना है इसलिए इस राजनैतिक सुधार के प्रयासों पर अवरोध उत्पन्न न करे। इस कानून के दीर्घकालीन लाभ होंगे और देश चुनावों के चक्रव्यूह से बाहर निकल विकास के रथ पर सवार हो सकेगा। वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक पांडे ने रोचक अंदाज में अपनी बात रखते हुए कहा कि भारत जैसे विशाल वर्सेटाइल देश में विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय मुद्दे गौण हो जाते हैं। ये भारत के लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। देश में चुनाव जब एक साथ होंगे तो राष्ट्र हित को महत्व देने का माइंडसेट और नेरेटिव अपने आप देश में बनेगा, राष्ट्र सर्वोपरि की बात होगी। गोष्ठी में पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष नेहरू निषाद, पूर्व विधायक श्रीमती रंजना साहू, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रवीण साहू ने भी अपने महत्वपूर्ण विचार रखे। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बी के सिन्हा ने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि इस विषय पर संगोष्ठी रखने की आवश्यकता क्यों महसूस हुई। संचालन संघ के सचिव सौरभ मिश्रा ने किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका धन्यवाद ज्ञापन संघ के सदस्य कविंद्र जैन ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य श्री वी के पाठक एवं शिक्षकों का विशेष सहयोग रहा। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा, उपाध्यक्ष गौकरण साहू, पूर्व विधायक राजिम संतोष उपाध्याय,  भखारा नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति जैन, आमदी नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति साहू, वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल प्रसाद शर्मा, डॉ एन पी गुप्ता, डॉ के एस शांडिल्य,शशि पवार,  प्रकाश बैस, एतराम साहू, अनिल चंद्राकर, महेंद्र पंडित, अविनाश दुबे, नवीन सांखला, रोहिताश मिश्रा, राजेश गोलछा, चेतन हिंदुजा, प्रकाश गोलछा, विजय मोटवानी, विजय साहू, उमेश साहू, डॉ बीथीका विश्वास,  गीतेश प्रजापति, त्रिलोक जैन, होरीलाल साहू, लोकेश साहू, अकबर कश्यप, हुमित लिमजा, अजय ध्रुव, मोनिका देवांगन, ऋषभ देवांगन, समर भूषण गुप्ता, यशवंत कौशिक, अखिलेश खंडेलवाल, विनय जैन, गौरव मगर, पवन गजपाल, अमन राव,  तल्लीन पूरी गोस्वामी, अजीत साहू, लील पटेल चंद्रशेखर राजपूत, शिव ओझा, अनामिका शर्मा, सुमैया बानो , दिव्या साहू, मायापुरी गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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