अंतर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में हिंसा के दौरान वकील की हत्या के मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी, हिंदुओं पर हमले जारी

बांग्लादेश में हिंसा के दौरान वकील की हत्या के मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी, हिंदुओं पर हमले जारी

ढाका। बांग्लादेश के चटगांव में हुई हिंसा के दौरान एक वकील की हत्या के मामले में कम से कम 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी जारी की । सहायक लोक अभियोजक सैफुल इस्लाम की हत्या में संलिप्तता के लिए 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से अधिकतर अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सफाई कर्मचारी हैं। इस्लाम की उम्र 30 वर्ष के आसपास थी। वहीं हिंदुओं पर अब भी लगातार हमले जारी हैं। बांग्लादेश की यूनुस सरकार हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं कर रही है।

जिस वकील की हत्या में 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, वह घटना बीते मंगलवार को हिंदू समुदाय के नेता चिन्मय कृष्ण दास के समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प के दौरान हुई थी। इससे पहले चटगांव की एक अदालत ने दास को जमानत देने से इनकार करते हुए जेल भेज दिया था। बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता दास को राजद्रोह के एक मामले में सोमवार को यहां हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। चटगांव कोतवाली थाने के प्रभारी अधिकारी अब्दुल करीम ने कहा, “सैफुल इस्लाम के पिता ने कल रात 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।” करीम ने बताया कि अधिकांश आरोपी शहर की सेबोक कॉलोनी के निवासी हैं, जहां अधिकतर हिंदू समुदाय से जुड़े सफाई कर्मचारी रहते हैं। उन्होंने बताया कि नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान जारी है।

चंदन दास को बनाया मुख्य आरोपी
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान 26 नवंबर को हुई हिंसा के घटनास्थल यानी अदालत परिसर के सीसीटीवी फुटेज से हुई है। पुलिस ने बताया कि चंदन दास नामक व्यक्ति मुख्य आरोपी है, जिसे वकील पर धारदार हथियार से हमला करते देखा गया। इस घटना से देशभर में आक्रोश फैल गया और वकील तथा राजनीतिक समूह सडक़ों पर उतर आए तथा इस्लाम के हत्यारों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की मांग करने लगे, जबकि कुछ समूह चाहते थे कि इस्कॉन बांग्लादेश पर प्रतिबंध लगाया जाए। हालांकि, इस्कॉन बांग्लादेश ने कहा कि दास को गिरफ्तारी से काफी पहले संगठन से निष्कासित कर दिया गया था और इस्कॉन हत्या या हिंसा में शामिल नहीं है।

Author Desk

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button